अपहरण का आरोपी डेढ़ महीने बाद पुणे से दबोचा
बीकानेर, बज्जू थाना क्षेत्र से करीब डेढ़ माह पहले फिरौती के लिए युवक का अपहरण करने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि जोधपुर के लोहावट थाना क्षेत्र के सीगड़ों का बेरा भजननगर निवासी पूनमचन्द उर्फ प्रकाशचन्द उर्फ पीसी (27) पुत्र भंवरलाल जाति बिश्नोई को महाराष्ट पुणे से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को सोमवार देर रात को बज्जू पुलिस की टीम लेकर यहां पहुंची। मंगलवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया।
यूं आया पकड़ में:-
थानाप्रभारी राकेश स्वामी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए हवलदार श्रवणराम के नेतृत्व में सिपाही मोडा राम, भागीरथराम, निर्मल पूनिया, महिला सिपाही चुकी चौधरी की टीम बनाई। टीम ने करीब 37 दिनों की मशक्कत के बाद एक आरोपी की लोकेशन ट्रेस की। आरोपी पूनमचंद के महाराष्ट्र के पुणे में छिपे होने की पुख्ता सूचना पर वहां दबिश देकर उसे दस्तयाब कर बीकानेर लाया गया। इस मामले में अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपी पूनमचन्द उर्फ पीसी एनडीपीएस व आर्म्स एक्ट के छतरगढ़ थाने में दर्ज एक मामले में पहले से वांछित चल रहा है।
यह है मामला:-
27 फरवरी की रात को दो युवतियों के साथ लोहावट निवासी पूनमचंद उर्फ पीसी, महिपाल, रणजीतपुरा निवासी महेश झंवर, जांभा निवासी सुनील पंवार व विकास बिश्नोई ने बज्जू निवासी सुभाष का अपहरण कर मारपीट की। आरोपियों ने 15 लाख की फिरौती मांगी।
यहां काटी फरारी:-
पूनमचंद वारदात को अंजाम देने के बाद पुलिस से बचने के लिए महाराष्ट्र भाग गया। उसने फोन भी बंद कर लिया, ताकि लोकेशन ट्रेस न हो। पुलिस पूनमचंद के रिश्तेदारों-परिचितों व दोस्तों पर निगरानी रख रही थी। सप्ताहभर पहले पुलिस को आरोपी के पुणे में छिपे होने की सूचना मिली। इसके बाद दबिश देकर दबोचा। आरोपी डेढ़ महीने से मुंबई, बेंगलूरु, नासिक में छिपता रहा। कुछ दिन जोधपुर में भी रहा।
युवतियों की मदद करना पड़ा महंगा:-
27 फरवरी की रात को दो युवतियों ने वीडियो कॉल करके सुभाष से मदद की गुहार लगाई थी। सुभाष युवतियों की मदद करने के इरादे से उनके बताए ठिकाने पर पहुंचा। वहां एक गाड़ी में पहले से आरोपी बैठे थे। उन्होंने पिस्तौल दिखाकर डरा-धमका कर बंधक बना कर जबरन गाड़ी में डाल लिया। बाद में 15 लाख की फिरौती मांगी। आरोपियों ने सुभाष से फिरौती की रकम के लिए उसके परिचितों को फोन करवाया। इसी बीच परिजनों को सुभाष के अपहरण की सूचना मिल गई। परिजनों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस अलर्ट हुई और लोकेशन के हिसाब से उनके पीछे लग गई। आरोपियों को पुलिस की ओर से पीछा करने का पता चलने पर वे बज्जू थाना क्षेत्र में सुनसान जगह पर सुभाष को पटक कर भाग गए।