











जैसलमेर बस अग्निकांड: चंद पलों में उजड़ गए कई परिवार, खुशियों का त्योहार बना दर्दनाक मातम का मंजर
R.खबर ब्यूरो। दीपावली की रौनक से पहले जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर मातम छा गया। मंगलवार देर रात जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक नई एसी स्लीपर बस अचानक आग की लपटों में घिर गई। कुछ ही पलों में बस आग का गोला बन गई, जिससे 20 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से झुलस गए।
त्योहार से पहले जिन घरों में खुशियां और दीयों की रोशनी होनी थी, वहां अब सिर्फ मातम और चीखें गूंज रही हैं।
“5 मिनट पहले बेटे से बात की थी…”
रामदेवरा निवासी महिपाल सिंह परीक्षा देकर लौट रहे थे। हादसे में वे झुलस गए और जोधपुर की बर्न यूनिट में भर्ती हैं। उनके पिता नग सिंह ने अस्पताल के बाहर बताया—”सिर्फ 5 मिनट पहले बेटे से बात की थी, फिर यह खबर मिली।” वहीं अब्दुल अजीज अपने भाई उम्मेदुल्लाह की हालत देखकर बेसुध हो गए, जो हादसे में गंभीर रूप से झुलस गए हैं। एक अन्य यात्री आशीष की मां ने कहा—”आग लगने के बाद भी ड्राइवर गाड़ी को करीब आधा किलोमीटर तक दौड़ाता रहा…”

पत्रकार की मौत, भाजपा नेता घायल:-
इस भीषण हादसे में पत्रकार राजेंद्र की मौत हो गई, जबकि जैसलमेर के भाजपा नेता मनोज भाटिया गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें पहले निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, बाद में जोधपुर के एमजीएच में रेफर किया गया।
सेना ने बचाई कई जिंदगियां:-
हादसा वॉर म्यूजियम के पास हुआ, जहां बस के पिछले हिस्से से धुआं उठता देख मौके पर मौजूद सेना के जवान तुरंत सक्रिय हुए। उन्होंने जेसीबी की मदद से बस का दरवाजा तोड़कर कई यात्रियों को बाहर निकाला। हालांकि तब तक बहुत से लोग आग की चपेट में आ चुके थे।
डीएनए से होगी शिनाख्त:-
आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि कई शव पहचान से परे जल गए। एफएसएल टीम जोधपुर से जैसलमेर पहुंच चुकी है और डीएनए जांच के ज़रिए शिनाख्त की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब तक केवल एक शव की पहचान हो सकी है।

