











खाजूवाला, क्षेत्र में ज्यादा बरसात होने से किसानों और ग्रामीणों को जो नुकसान हुआ है, उसका सर्वे करवाया जा रहा है। इसके लिए पटवारी से सम्पर्क किया जा सकता है, ये कहना है उपखण्ड अधिकारी श्योमराम का है।
उन्होंने बताया कि तहसील क्षेत्र खाजूवाला में ज्यादा बरसात होने से किसानों और ग्रामीणों के कच्चे मकानों को जो नुकसान हुआ है, उसका सर्वे करवाने के लिए टीमें काम कर रही हैं। पटवारी अपने-अपने हल्का क्षेत्र में सर्वे कर रहे हैं तथा जैसे ही रिपोर्ट आ रही है, उसमें से कुछ ऑनलाईन और ऑफलाईन काम को पूरा किया जा रहा हैं। तेज बरसात से ग्राम पंचायत 14 बीडी और माधोडिग्गी में जिन किसानों को पशुधन की क्षति हुई थी, उसकी रिपोर्ट तैयार करवा कर ऑनलाईन करवाई गई है। जैसे ही किसी भी तरह की आपदा की सूचना आती है, उस पर तुरंत एक्शन लेकर काम किया जा रहा है। आपदा को निपटने के लिए प्रशासन की पूरी टीम पहले ही तैयार है। तहसील खाजूवाला से कच्चे मकानों के गिरने के 35 प्रकरण तैयार कर ऑफलाईन भेजे गये हैं। इसके अलावा भी किसी को कोई नुकसान हुआ हो तो वे पटवारी से सम्पर्क कर दस्तावेज देंवे जिससे रिपोर्ट बनाकर भेजी जा सके। दंतौर के चक 25 बीएलडीए में तेज बरसात और गर्जन से बुधवार देर रात्रि को दम्पत्ति और बच्चे की जान चली गई थी, उसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर ऑनलाईन की गई है, उनके परिजनों को सरकार की तरफ से जल्दी ही सहायता राशि उपलब्ध होगी। अवैद्य कास्त को लेकर उपखण्ड अधिकारी ने कहा कि अवैद्य कास्त के स्थानो को क्षेत्र को देखा था। इसके लिए पूरी योजना के अनुसार काम किया जायेगा। जहां-जहां अवैद्य कास्त हुई है, स्थान चिन्हित किये गये हैं तथा 21 जुलाई को गुल्लूवाली तथा 2 केएलडी (जीरोआरडी) ग्राम पंचायत क्षेत्र में नोटिस दिया गया है। पूरी टीम के साथ शीघ्र ही अवैद्य फसल को नष्ट कर कार्यवाही की जायेगी। क्षेत्र में कहीं भी अवैद्य कास्त का पता चलता है। तो उसकी सूचना उपखण्ड कार्यालय में दी जा सकती है, जिससे कि हम कार्यवाही को अंजाम दे सके। अवैद्य फसल को नष्ट कर उसकी जगह पर पौधारोपण किया जायेगा तथा सेवण खास लगाई जायेगी जिससे कि मवेशियों को खाने की कमी ना रहे।

