बैठक में मूलभूत सुविधाओं बिजली, पानी, सड़क आदि के मुद्दों पर हुई चर्चा
खाजूवाला, खाजूवाला उपखण्ड सभागार में उपखण्ड अधिकारी रमेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। जिसमें सभी विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे। वही भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधि व प्रमुख लोग उपस्थित रहे। बैठक में मूलभूत सुविधाओं पानी, बिजली, चिकित्सा, सड़क, अतिवृष्टि से हुए नुकसान पर चर्चा हुई।
इस दौरान विद्युत विभाग व बीमा प्रतिनिधि के साथ भारतीय किसान संघ के बीच नोकझोक भी हुई। किसान संघ के प्रतिनिधियों ने बताया कि ज्यादा बारिश होने से बिजली के खंबे गिरे है। उनको अभी तक नहीं उठाया गया है। वही ढ़ीले तारो से दुर्घटना होने कि आशंका बनी है। जिसको लेकर विद्युत विभाग व किसान संघ के बीच नोकझोक हुई। सिंचाई विभाग को कहा गया कि नहरो पर लगातार गस्ती करे क्योंकि नहर के कोई मोघे बंद ना करे। जिससे नहर ना टूटे। मोघे बन्द करने वाले किसानों पर कार्यवाही की जाए। अतिवृष्टि से जिन नहरों के पटड़े कमजोर हो गए हैं उनको मिट्टी डलवाकर मजबूत किया जाए। पीएचईडी को कहा गया कि जिन डिग्गियो मे गंदा पानी आ गया है। उसको तुरंत साफ किया जाये, जिससे किसान गंदा पानी ना पीये और बीमार ना हो। कुछ डिग्गियों कि दिवारे बारिश के कारण गिर गई उसमे पशु गिरने का भी खतरा है। उसे भी सही करवाने की मांग की।जिसपर कनिष्क अभियंता ने बजट का हवाला दिया। इस पर किसानो ने आपती जताई और कहा जब तक बजट आएगा तब तक किसानों को गंदा पानी पीना पड़ेगा। किसानो ने 5 दिन सरकारी स्कूलों में पड़े पानी कि निकासी कि बात कही उन्होंने कहा बलिकाओ को टॉयलेट की बहुत समस्या हो रही है। इस कारण वो स्कूल नही जा पा रही है। किसानो ने कहा कि बहुत से किसानो के कच्चे मकान गिर गए। उनका सर्वे करवा कर उन्हे मुआवजा दिया जाये और उनको पीएम आवास के तहत पक्का मकान दिया जाये। इस पर विकास अधिकारी ने कहा कि जिन मकानों का पट्टा है उनको ही मुआवजा मिलेगा। इस पर किसानो ने आपति जताई। मंडी खाजूवाला मे शेड के नीचे पड़े व्यपारियो के माल को तुरंत हटाया जाए और उस शैड कि तुरंत मरमत करवाई जाए। इसके साथ ही किसान विश्राम घर को तुरंत खाली करवाया जाए। इस पर उपखण्ड अधिकारी ने मंडी सचिव को तुरन्त कार्य करने का आदेश दिया।कृषि विभाग द्वारा खराबे कि जो रिपोर्ट बना कर विभाग को भेजी गई, वो किसानो ने मांगी लेकिन कृषि विभाग के अधिकारी कोई जबाब नही दे पाये। इसके साथ फसल बीमा पर कोई संतोष जनक जबाब नही दे पाये। किसानो ने कहा कि किसानो का जो फसल बीमा का प्रीमियम बैंको ने काट रखा है। उसे तुरंत पोर्टल पर चढ़ावे और फसल बीमा कंपनी उस पॉलिसी अप्रुव करे। साथ ही बुआई निष्फल बीमा क्लेम प्रावधान लगा कर क्लेम दिलावे। इस पर बीमा क्लेम टीम बनाने को कहा। जिसमें कृषि विभाग, बीमा प्रतिनिधि व पटवारी कमेटी में होंगे।
बैठक में तहसीलदार कमलेश कुमार महरिया, विकास अधिकारी कृष्ण कुमार चावला, भारतीय किसान संघ के जिला मंत्री शिवदत्त सीगड़, सम्भू सिंह राठौड़, रामसिंह राजपुरोहित, प्यारेलाल आदि उपस्थित रहे।

