खाजूवाला: ‘फ्री’ की योजना, ‘फीस’ की डिमांड, सरकार की योजना पर सेंटर का तमाचा

खाजूवाला। सरकारी योजना के तहत मुफ़्त सोनोग्राफी की सुविधा देने के दावों की रविवार को खुलेआम धज्जियां उड़ती दिखीं। खाजूवाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने संचालित एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर भीषण गर्मी में गर्भवती महिलाओं को खुले में बैठाया गया। वहीं ‘मां बाउचर’ योजना का हवाला देने पर मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया।

रविवार को भारी भीड़ के बावजूद सेंटर में न तो बैठने की समुचित व्यवस्था थी और न ही गर्मी से राहत के इंतजाम। गर्भवती महिलाएं और उनके परिजन खुले में तपते रहे। एक तंबू के नीचे मरीजों को बैठा दिया गया और कई को नीचे ज़मीन पर बैठने को मजबूर होना पड़ा।

पीड़ित अंकित ने बताया कि ‘मां बाउचर’ दिखाने पर सेंटर के स्टाफ ने मरीज को बाहर निकाल दिया और 1,000 रुपये की डिमांड की। दवाएं भी वहीं से बांटी जा रही थीं, जो नियमों का उल्लंघन है। हुआ यूं कि सेन्टर पर कार्यरत स्टाफ की ओर से सरकारी ’मां बाउचर योजना’ का लाभ लेने आने वाली गर्भवती महिलाओं से बदसलूकी की जा रही थी। अंकित के मुताबिक, उसकी रिश्तेदार की सोनोग्राफी के दौरान उनसे 1000 रुपए की मांग की गई, जबकि उनके पास मान्य बाउचर था। जब उन्होंने विरोध किया, तो वहां मौजूद आशा वर्कर और एक अन्य युवक ने उन्हें अभद्र भाषा में डांटकर बाहर निकाल दिया। नियमों को ताक पर रखकर चल रहा खाजूवाला में सोनोग्राफी सेन्टर, मरीजों को नियम के खिलाफ सेन्टर से बांट रहे दवाईयां।
