











खाजूवाला: सौंदर्यीकरण के नाम पर उजाड़ा था, आज भी विकास का इंतजार

खाजूवाला। मंडी में सौन्दर्यकरण के नाम पर थाना चौराहा से हॉस्पिटल चौराहे तक सड़क के दोनों तरफ बैठे खोखा-रेहड़ी संचालकों को दो वर्ष पूर्व हटा दिया था, लेकिन आज तक मण्डी का सौन्दर्यकरण नहीं हुआ। मण्डी का मुय चौराहा आज भी विकास की इन्तजार कर रहा है। गौरतलब है कि वर्ष 2023 में प्रशासन ने एक आदेश जारी कर थाना चौराहा से हॉस्पिटल चौराहे में खोखा-पट्टी संचालकों को हटाने का निर्णय लिया और तीन दिन का नोटिस देकर सभी के खोखे खाली करवा लिए थे लेकिन यहां विकास व सौंदर्यकरण के नाम पर कोई कार्य नहीं हुआ है। वहीं सदर बाजार में नालियां ओवरलो हो गई। इसकी शिकायत नगरपालिका से की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर व्यापारियों ने अपने स्तर पर ही नाली की सफाई करवाई। वहीं साफ-सफाई के नाम पर लाखों का बजट उठता है। यहां सिनेमा से हॉस्पीटल तक नाले का निर्माण हुआ, जो सड़क से काफी ऊंचा है। इसमें बरसात का पानी जा ही नहीं जाता है। जन अभियांत्रिकी विभाग व सार्वजनिक निर्माण विभाग ने अपनी चारदीवारी कर ली, लेकिन सौन्दर्यकरण की कोई बात ही नहीं करता है। बरसात आते ही मण्डी के मुय चौराहा पर पानी जमा हो जाता है, लेकिन इससे प्रशासन को कोई सरोकार नहीं है। थोड़ी बरसात आते ही लोगों के घरों में बरसाती पानी घुस जाता है। खाजूवाला को पंचायत से नगरपालिका तो बनाया, लेकिन नगरपालिका बनाने के बावजूद स्थिति जस की तस है। थाना चौराहा से सिनेमा तक डिवाइडर बनाकर रोड लाइटें लगाने की बात की थी, लेकिन अब शायद वो नक्शे से गायब हो गया है।

थाना चौराहा से सिनेमा रोड करीब 100 फीट रोड़ चौड़ी है, लेकिन विकास के नाम पर कुछ नहीं किया गया। जगह-जगह गड्ढे तथा बिना लेवल सडक़ आमजन के लिए परेशानी का सबब बनी है। हॉस्पीटल से तेरापथ भवन तक की सडक़ का लेवल काफी नीचा होने के कारण बरसात का पानी महीनों तक जमा रहता था। मण्डीवासियों ने कई बर सडक़ का लेवल सही करने की मांग रखी। अब सडक़ लोगों के लिए सिरदर्द बन गई है। सडक़ का लेवल काफी ऊंचा कर दिया गया है और सडक़ की चौड़ाई कम कर दी है। जिससे बरसात का पानी लोगों के लिए जी का जंजाल बन गया है।

 
 