











खाजूवाला, पूगल सहित अन्य क्षेत्र में महंगे शौक पूरा करने के लिए नशे का अवैध व्यापार अपना रहे युवा
सीमावर्ती क्षेत्र की मंडियों के युवाओं में पिछले कुछ सालों से डोडा-पोस्त, अफीम, चिट्टा, हेरोइन आदि की लत बढती जा रहीं हैं। जहां पहले क्षेत्र में एक दो प्रकरण ही सामने आते थे। अब हालात यह है कि बडे़ पैमाने पर नशे के मामले पकड़े जा रहे हैं। यह अब नशीले पदार्थो के बरामदगी कई गुणा बढ़ोतरी हो चुकी है। क्षेत्र में नशे का अवैध व्यापार खतरे की घंटी बजा रहीं हैं। गौरतलब हैं कि छतरगढ़ थाने क्षेत्र में वर्ष 2017 में नशीले पदार्थों की कोई बरामदगी नहीं हुई थी। अब साल दर साल बरामदगी औसत तीन सौ किलोग्राम से अधिक आ चुकी है। नशे की अवैध व्यापार में युवा तस्कर गिरफ्तार हो रहे हैं जो महंगे शौक पूरा करने के लिए राह भटक रहे हैं।
युवाओं पर अब कड़ी निगरानी जरूरी होती जा रहीं हैं। पहले पंजाब क्षेत्र से नशीले पदार्थो की सप्लाई होने की बात सामने आती थी, लेकिन अब नशे की आपूर्ति जोधपुर क्षेत्र से ज्यादा हो रहीं हैं। इससे छतरगढ़, खाजूवाला, पूगल, दंतौर छतरगढ़ आदि क्षेत्र में भी नशा तेजी से फैल रहा है। हांलाकि समस्या को गंभीरता को समझते हुए जिला के पुलिस अधिकारियों ने अंकुश लगाने व धरपकड़ के लिए टीमों का गठन पर रखा है, जो कार्रवाई भी कर रहीं हैं, लेकिन पुलिस डाल डाल तो तस्कर पाते पाते कहावत साबित हो रही है। नशे की अवैध तस्करी की रोकथाम के लिए पुलिस निरंतर कार्रवाई कर रहीं हैं। गत दिन भी दो तस्करों को सलाखों के पीछे भेजने का काम किया है। युवा पीढ़ी रास्ते से ना भटके। इसलिए पुलिस जागरूकता अभियान चला रही है।

 
 