धनतेरस कल, खरीदना चाहते हैं अगर सोना-चांदी? जान लें ये 3 शुभ मुहूर्त

धनतेरस को धन त्रयोदशी के नाम से जाना जाता है, जो कि 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन से दिवाली के पर्व की शुरुआत होती है. कहते हैं कि धनतेरस के दिन समुद्र मंथन से मां लक्ष्मी प्रकट हुई थी. इसलिए, इस दिन मां लक्ष्मी के साथ साथ समृद्ध और धन के देवता कुबेर और आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि का भी पूजन किया जाता है. कहते हैं कि भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. पूजन के अलावा, धनतेरस के दिन झाड़ू, सोना, बर्तन और उपकरण खरीदना भी शुभ माना जाता है. लेकिन, इन सभी चीजों को खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त भी होना चाहिए. तो चलिए जानते हैं कि कौन कौन से शुभ मुहूर्त मिलने वाले हैं. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 19 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर होगा.

ज्योतिषियों की मानें तो, धनतेरस पर खरीदारी के लिए कई सारे शुभ मुहूर्त रहने वाले हैं-
पहला मुहूर्त- सुबह 8 बजकर 50 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 33 मिनट तक रहेगा.
दूसरा मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 43 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 28 मिनट तक रहेगा.
तीसरा मुहूर्त- शाम 7 बजकर 16 मिनट से रात 8 बडकर 20 मिनट तक रहेगा.

खरीदारी का चौघड़िया मुहूर्त

शुभ काल- सुबह 7 बजकर 49 मिनट से सुबह 9 बजकर 15 मिनट तक
लाभ उन्नति मुहूर्त- दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से दोपहर 2 बजकर 57 मिनट तक
अमृत काल- दोपहर 2 बजकर 57 मिनट से शाम 4 बजकर 23 मिनट तक
चर काल- दोपहर 12 बजकर 6 मिनट से दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक

धनतेरस पर ये रहेगा पूजन का मुहूर्त
द्रिंक पंचांग के अनुसार, धनतेरस के दिन पूजन का मुहूर्त शाम 7 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर रात 8 बजकर 20 मिनट तक रहेगा. इस शुभ मुहूर्त में आप मां लक्ष्मी, कुबेर देवता और भगवान धन्वंतरि की पूजा करें, जिनकी उपासना से आपको सुख-समृद्धि प्राप्त होगी. धनतेरस पर सोना-चांदी, बर्तन, झाड़ू, मां लक्ष्मी की प्रतिमा, दक्षिणवर्ती शंख, कुबेर यंत्र, गोमती चक्र, कौड़ियां, धनिया, बर्तन, मां लक्ष्मी के चरण चिन्ह. इसके अलावा, इस दिन तेल, प्लास्टिक से बनी वस्तुएं, काले रंग के वस्त्र, जूते और कांच के बर्तन नहीं खरीदने चाहिए.