धरना स्थल पर हुआ हनुमान चालिसा पाठ व असर की नमाज, कहा जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक बाजार रहेगा बन्द
खाजूवाला, खाजूवाला उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के सामने खाजूवाला को अनूपगढ़ जिले में शामिल करने के विरोध में पाँचवे दिन धरना जारी रहा। धरने के पाँचवें दिनों हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। धरने पर शुक्रवार को चक, आबादी, पंचायतों तथा मण्डी के व्यापारी तथा कई वर्गों के लोग पहुंचे। यहां शुक्रवार को महिलाएं भी अपना चूला-चौका छोडक़र पहुंची। खाजूवाला क्षेत्र की अब तक की सबसे बड़ी ज्वलंत समस्या के समाधान के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने प्रदर्शन किया। धरनार्थियों द्वारा धरना स्थल पर हनुमान चालिसा का पाठ किया गया तो वहीं मुस्लिम समाज के लोगों ने असर की नमाज अदा की।

उपखण्ड अधिकारी को मुख्यमंत्री, राज्यपाल तथा सम्भागीय आयुक्त के नाम का ज्ञापन दिया गया। इसी के साथ ही एक बार के लिए ऐसी स्थिति हुई जिससे लगा कि तनाव हो सकता है। लेकिन तैनात पुलिस बल व धरनार्थियों द्वारा युवाओं को समझाईस कर वापस धरना स्थल पर लाया गया। दरअसल खाजूवाला में शुक्रवार को एक अन्य कांग्रेसी नेता द्वारा खाजूवाला को अनूपगढ़ में शामिल करने को लेकर ट्रैक्टर रैली का आह्वान किया गया था। इसके लिए खाजूवाला में तनाव ना हो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्यारेलाल शिवरान के नेतृत्व में बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चुरू आदि जगहों ने अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया था।

सभा को किया सम्बोधित-
उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के सामने एडवोकेट रफीक शाह, गुलाम मुस्तफा, साहबद्दीन पडि़हार, आरिफ आजाद, एडवोकेट मनीराम जाखड़, पुरूषोतम सारस्वत, भुपेन्द्र सिंह, चेयरमैंन भागीरथ ज्याणी, राजकुमार यादव, सबीर गुल्लूवाली, घीसाराम रेगर, अर्जून सुथार, मुस्से खां, नीतू सारड़ीवाल, कलावती राव, सुनीता शेखावत, कमलेश बिश्नोई, शिवशंकर बोड़ा, जगमाल भाम्भू, भोजराज मेघवाल, मानसिंह ताखर, आरएलपी विजयपाल बेनीवाल, सरदार रामसिंह 12 पीबी, प्रह्लाद तिवाड़ी आदि ने सम्बोधन दिया और कहा कि खाजूवाला के साथ अन्याय सहन नहीं होगा। सरकार तथा सरकार में बैठे मंत्री जल्द से जल्द खाजूवाला को जिला बनाए या फिर बीकानेर जिले में यथावत जोड़ें अन्यथा लोगों का सब्र टूट गया तो सरकार को भारी नुकसान हो सकता है।

उपखण्ड अधिकारी को दिया ज्ञापन-
खाजूवाला उपखण्ड अधिकारी को दोपहर में मुख्यमंत्री, राज्यपाल तथा सम्भागीय आयुक्त के नाम का ज्ञापन दिया गया। शुक्रवार को ज्ञापन देते समय महिलाओं ने अग्रणिय भूमिका निभाई तथा ज्ञापन में मांग की कि खाजूवाला को नया जिला बनाया जाए या फिर पुन: बीकानेर जिले में जोड़ा जाए। वहीं अधिकारियों को चेतावनी भी दी कि अगर जल्द से जल्द मांगे पूरी नहीं की जाती है तो आन्दोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा। वहीं खाजूवाला का बाजार अनिश्चितकालीन बन्द रहेगा। जब तक मांगे पूरी नहीं होगी तब तक बाजार बन्द रहेगा।

युवाओं ने किया प्रदर्शन, निकाली रैली-
खाजूवाला बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले धरनार्थियों ने शुक्रवार को विशाल रैली का आयोजन किया गया। जिसमें युवाओं ने नारेबाजी करते हुए धरनास्थल से मुख्य चौराहे, मीणा मार्केट, सब्जी मण्डी चौराहा, सदर बाजार, सोसायटी रोड़, पेट्रोल पम्प, दंतौर रोड़ होते हुए हजारों की संख्या में लोग वापस धरना स्थल पहुंचे। रैली में लोगों ने नारेबाजी करते हुए खाजूवाला को जिला बनाने या पुन: बीकानेर जिले में सम्मलित करने की मांग की। इस मौके पर पुलिस बल भी रैली के साथ रहा।

धरनास्थल पर हुआ हनुमान चालिसा का पाठ व असर की नमाज-

खाजूवाला बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले धरना स्थल पर पाँचवे दिन दोपहर को 3 बजे हनुमान चाहिसा का पाठ किया गया तो वहीं 5:30 बजे बजे असर की नमाज पढ़ी गई। इसी दौरान सरकार की सदबुद्धि की मानाएं करते की गई। इस मौके पर हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा व एकता का संदेश भी राजनेताओं को दिया गया। इस मौके पर कहा कि हिन्दू-मुस्लिम सब एक है तथा आज जब खाजूवाला का अस्तित्व खतरे में है तब भी हम एकता के सुत्र में बंधकर सरकार से मांग कर रहे है।

पुलिस बल रहा तैनात, एक बार बनी तनाव की स्थिति-
खाजूवाला में एक अन्य राजनेता द्वारा खाजूवाला को अनूपगढ़ जिले में शामिल करने को लेकर धन्यवाद सभा व ट्रैक्टर रैली का आयोजन शुक्रवार को रखा था। जिसपर मुख्य चौराहे के पास कब्जे की भूमि में टैंट लगाया गया। जिसे प्रशासन द्वारा हटवा दिया गया तथा उसके बाद वह टैंट बीएसएफ की भूमि निर्माणाधीन केन्द्रीय विद्यालय के सामने लगाया गया। यहां सभा चल रही थी कि बीएसएफ के अधिकारी व जवान यहां पहुंचे और इन लोगों को यहां रवाना किया। मुख्य चौराहे से यह दोनों स्थान विपरित जगह पर थे लेकिन दोनों के बीच तनाव न हो इसके लिए बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ तथा चुरू से पुलिस जवान बुलाए गए तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्यारेलाल शिवरान व उपपुलिस अधीक्षक विनोद कुमार तथा थानाधिकारी रामप्रताप वर्मा के नेतृत्व में जवान तैनात रहे। एक बार के लिए एसडीएम कार्यालय के सामने चल रहे धरने से युवक सडक़ पर आ गए तथा मामूली तनाव की जैसी स्थिति हुई। लेकिन पुलिस द्वारा रास्ता बन्द कर इन्हे वापस भेज दिया गया।

सरपंचों का शिष्ठ मण्डल जयपुर-
खाजूवाला को जिला बनाने तथा खाजूवाला को बीकानेर जिले में यथावत रखने की मांग को लेकर क्षेत्र के सरपंचों का एक दल जयपुर पहुंचा। यहां कैबिनेट मंत्री गोविन्दराम मेघवाल से मिलकर खाजूवाला की स्थिति के बारे में अवगत करवाया तथा समस्या समाधान की मांग की। मंत्री मेघवाल के साथ पीसीसी चीफ गोविन्दसिंह डोटासरा व रामलुभाया कमेटी से भी शिष्ट मण्डल मिला। वहीं सरपंच एसोसिएशन अध्यक्ष खलील खां पडि़हार ने बताया कि मुख्यमंत्री से वार्ता कर समस्या के समाधान करवाने के प्रयास किए जा रहे है।