खाजूवाला थाना क्षेत्र में युवती की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या का मामला
खाजूवाला, सीमावर्ती कस्बे खाजूवाला में दलित छात्रा से सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या के मामले का मुख्य आरोपी 5 दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। आरोपी को पकड़ने के लिए बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक की ओर से गठित एसआईटी एवं जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से गठित सात टीमें उसके ठिकानों पर दबिश दे रही है। लेकिन उसका कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।

पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई की गिरफ्तारी के लिए सात टीमें लगी हुई है। उसके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है लेकिन वह हाथ नहीं लगा है। आरोपी का लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है। आईजी ने बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ने आरोपी की इनामी राशि 25 से बढ़ाकर 40 हजार रुपए कर दी है। इस मामले में गिरफ्तारी आरोपी बर्खास्त सिपाही मनोज कुमार और कार चालक राकेश को शनिवार को न्यायालय में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। तीन अन्य आरोपि मुख्य आरोपी दिनेश को फरार करने एवं शरण देने पर पिता ओमप्रकाश बिश्नोई, दोस्त कपिल बिश्नोई एवं अनोपसिंह राजपूत को गिरफ्तार किया गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान घटना के संबंध में अहम जानकारी मिली है।
आपदा मंत्री पहुंचे पीडि़ता के घर:-
आपदा एवं प्रबंधन मंत्री गोविंदराम मेघवाल शनिवार को खाजूवाला क्षेत्र में पहुंचे। वे समर्थकों के साथ पीडि़ता के घर गए और उन्हें ढांढ़स बंधवाया। उन्होंने परिजनों को भरोसा दिलाया कि उक्त घटना में जो लोग शामिल है, सबकों सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। इस दौरान आपदा मंत्री ने पुलिस अधिकारियों से मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के संबंध में भी बातचीत की।
यह है मामला:-
सीमावर्ती कस्बे में 20 जून को दिन में एक युवती की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। उक्त मामले में खाजूवाला थाने के दो पुलिस सिपाही भागीरथ व मनोज की भूमिका सामने आई। पुलिस अधीक्षक ने इन दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया। वहीं इन दोनों सिपाहियों सहित मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई व तीन अन्य के खिलाफ सामूहिक बलात्कार व हत्या का मामला दर्ज किया गया। पुलिस अधीक्षक ने गुरुवार रात को प्रकरण में संलिप्पता पाए जाने पर सिपाही मनोज कुमार जाट को सेवा से बर्खास्त कर दिया। वहीं थाने में लंबे समय से बैठे 13 कर्मचारियों को दूसरी जगह तैनात कर यहां नए जवानों को पदस्थापित किया। बर्खास्त सिपाही मनोज व कार चालक राकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं इस प्रकरण को लेकर चार दिन सीमावर्ती कस्बे के थाने के आगे ग्रामीणों व परिजनों ने विरोध-प्रदर्शन किया।