सिंचाई पानी की मांग को लेकर 22 को अनुपगढ़ में होगी महापंचायत, खाजूवाला में बैठक का हुआ आयोजन

खाजूवाला, खाजूवाला जाट धर्मशाला में बुधवार को सिंचाई पानी को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में खाजूवाला क्षेत्र के किसान तथा अनुपगढ़ ब्रांच व पूगल ब्रांच के किसान उपस्थित हुए। बैठक में अनुपगढ़ में 22 सितम्बर को होने वाले धरना प्रदर्शन में खाजूवाला क्षेत्र के किसानों को पहुंचने के आह्वान किया गया। इस मौके पर दर्जनों पहुंचे किसानों ने सिंचाई पानी नहीं मिलने से क्षेत्र में हुई फसल बर्बाद को लेकर रोष प्रकट किया।

सीसीबी चेयरमैंन भागीरथ ज्याणी ने बताया कि अनुपगढ़ शाखा का अन्तिम छोर खाजूवाला है तथा पूगल ब्रांच में भी इस बार सरकार द्वारा पर्याप्त पानी नहीं दिया। जिसकी वजह से किसानों के खेत खाली रह गये वहीं कुछ पानी मिला तो उससे किसानों ने अपने-अपने खेतों में कुछ बिजान किया लेकिन फसल पकाव के समय सिंचाई विभाग के अधिकारियों की हटधर्मिता व राज्य सरकार द्वारा पानी नहीं दिए जाने पर खरीफ की फसल पूर्णतया चौपट हो गई है। जिसको लेकर बुधवार को जाट धर्मशाला खाजूवाला में किसानों की बैठक हुई। इस बैठक में अनुपगढ़ से किसान नेता सत्यप्रकाश सियाग, सुनील गोदारा, श्योपतराम मेघवाल, राजू गोदारा, खेराजराम जाखड़ उपस्थित हुए। जिसमें किसान नेताओं ने आह्वान किया कि 22 सितम्बर को अनुपगढ़ में विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है। जिसमें खाजूवाला व पूगल क्षेत्र के किसान भी पहुंचे।
किसान नेता सत्यप्रकाश सियाग ने कहा कि पिछले 6 माह से सरकार ने रेग्यूलेशन नहीं बनाया जिसके कारण प्रथम चरण की पूरी फसल एक बारी पानी की वजह से खराब हो गई। लेकिन सरकार ने अभी तक किसानों की सुध नहीं ली है। किसानों द्वारा अनुपगढ़ में 22 सितम्बर को महापंचायत का आयोजन किया है। जिसमें पूरजोर तरीके से मांग उठाई जाएगी कि सरकार नहरों का रेग्यूलेशन बनाए। अगर फिर भी आगामी फसलों के लिए सरकार ने पानी की व्यवस्था नहीं की तो 2004 वाला आन्दोलन किसानों को एक बार फिर से दोहराना पड़ेगा।
किसान नेता श्योपतराम ने बताया कि प्रथम चरण में अपने हिस्से के पानी को लेने के लिए बैठक का आयोजन किया है। जिसमें आगामी हाड़ी की फसल के लिए पूरा पानी लेने के लिए 22 सितम्बर को अनुपगढ़ में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है। जिसमें सरकार व प्रशासन को चेताया जाएगा कि अब किसानों को अगर पानी नहीं मिला तो किसान शांत नहीं बैठेगा। इस महापंचायत में किसान, व्यापारी, मजदूर वर्ग को पहुंचने का आग्रह किया गया है।
इस मौके पर बैठक में किसान नेता भूपराम भाम्भू, रणवीर भाम्भू, फत्तु खां, मदन पूनियां, मदन गोदारा, रामप्रताप भादू, मनीराम गोदारा, ताजू खां, रविन्द्र कस्वां, मूलाराम कूकणा, हरी पूनियां, श्योपतराम, प्रेम कुलडिय़ा सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।