लाखों रुपये की लागत सुविधा शून्य, रख रखाव के अभाव में जर्जर हो रहा है वाटर वर्क्स

खाजूवाला, राज्य व केन्द्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में विकास के लिए लाखों करोड़ों रुपए देती है। ऐसे में विकास कहीं तो कागजों में दफन हो जाता है तो कहीं धरातल पर कार्य तो होता है लेकिन उसका लाभ जनता को नहीं मिलता है। ऐसा ही एक उदाहरण खाजूवाला की ग्राम पंचायत 20 बीडी में देखने को समाने आया। यहां 80 लाख रुपए की लागत से दो वर्ष पूर्व पेयजल डिग्गियां, फिल्टर प्लांट व गाँव में पेयजलापूर्ति हेतु पाईप लाइन बिछाई गई थी। लेकिन इन सबका गाँव के लोगों को आज तक लाभ नहीं पहुंचा है। जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोष व्याप्त है।
ग्रामीण सुरेन्द्र गोदारा ने बताया कि खाजूवाला के ग्राम पंचायत 20 बीडी में दो वर्ष पूर्व बने वाटर वर्क्स मय डिग्गियां, फिल्टर प्लांट व पाइप लाईन बन्द पड़ी है। यहां डिग्गियों में पानी नहीं पहुंचने के कारण लोगों में काफी रोष व्याप्त है। सरकार व विभाग ने डिग्गियां तो बना दी लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं हो सकी है। ऐसे में डिग्गियों में आक के पेड़ लग गए है वहीं फिल्टर प्लांट में पानी नहीं डलने के कारण वह भी खराब हो गया है। गाँव में पाइप लाइन तो बिछा दी लेकिन पानी नहीं आ रहा है। पीएचडी विभाग द्वारा लगभग 80 लाख रुपए की लागत से कार्य तो करवाया गया लेकिन गाँव मे पेयजल सप्लाई नहीं हो रहा है। ग्रामीण महंगे दाम पर पानी टेंकर से डलवाने पर मजबूर हैं। ग्रामीणों ने गुरुवार को डिग्गियों के पास पहुंचकर विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं समस्या का समाधान करवाने की मांग भी की। ग्रामीणों ने बताया कि इस सम्बन्ध में पूर्व में जिला कलेक्टर की रात्रि चौपाल में भी यह मुद्दा उठाया गया था लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ है। यहां वाटरवक्र्स का मुख्य गेट भी टूटा हुआ पड़ा है। विभाग द्वारा सार सम्भाल नहीं करने पर चार दीवारी का मुख्य गेट भी टूट चुका है। विभाग की उदासीनता के चलते डिग्गियां खाली पड़ी है।

वर्जन
गाँव में पीएचडी विभाग द्वारा 80 लाख रुपये की लागत से डिग्गियां, फिल्टर प्लांट बनवाये गये व पाईप लाइन डाली गई लेकिन आजतक लोगों के घरों तक पेयजल नहीं पहुंचा है। ग्रामीणों द्वारा बार बार विभाग, प्रशासन व जिला कलक्टर को अवगत करवाने के बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।
जगदीश नाथ, ग्रामीण

वर्जन
गत दो वर्ष पहले गाँव मे पेयजल के लिये पाईप लाईन बिछाई गई। लेकिन फिर भी ग्रामीणों को पानी के टैंकर अपने घरों में डलवाने पड़ते हैं। ग्रामीण लगातार प्रशासन, उपखण्ड अधिकारी व जिला कलक्टर को बार बार अवगत करवाने के बावजूद पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है।
हरीराम जाखड़, ग्रामीण


वर्जन
ग्राम पंचायत 20 बीडी में वाटर वक्र्स की डिग्गियों में पानी के लिए सिंचाई विभाग को पत्र भेजा गया है। सिंचाई विभाग द्वारा मौका मंजूरी देने के बाद ही उसमें पानी डलवाया जाएगा। इस मामले में विभाग को पूर्व में एक अन्य स्थान की मंजूरी मिली हुई है। नई मंजूरी मिलने के बाद पुराने स्थान की पाइप लाइन बन्द करके नए वाटर वक्र्स में पाइप लाइन डालकर डिग्गियां भरवाई जा सकती है। सिंचाई विभाग मंजूरी देगा तभी यह कार्य सम्भव है।
आलोक गुप्ता
सहायक अभियन्ता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, खाजूवाला