











खाजूवाला, इंदिरा गांधी नहर परियोजना में 60 दिन की नहरबंदी चल रही है। नहर बंदी के दौरान पेयजल भंडारण के लिए अनुपगढ़ शाखा में पानी छोड़ा गया। लेकिन 2550 क्यूसेक की नहर में मात्र 500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया हैं। पेयजल भंडारण प्राप्त मात्रा में हो सके इसके लिए विभाग अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हुए है। लेकिन खाजूवाला का हाल तो कुछ और ही है। यहां पेयजल डिग्गियों में कचरा होने व मरी हुई मच्छलियां होने के कारण कोई भी इन डिग्गियों के पास ज्यादा देर तक खड़ा नहीं रह सकता है। ऐसे में रविवार को मण्डी के व्यापारी व आमजनों ने डिग्गियों को देखा और विभाग से इसके सफाई की मांग की।

मण्डी वासी ओम राजपुरोहित व ओमप्रकाश झोरड़ ने बताया कि खाजूवाला मण्डी में 10-15 दिनों में पानी सप्लाई हो रहा है। वहीं पानी दूषित होने से लोगों को पेट सम्बन्धी समस्या भी हो रही है। जिसको लेकर रविवार को मण्डी वासी एकत्रित होकर डिग्गियों को देखने गए। केजेडी नहर के पास बनी डिग्गियों को देखा तो पाया कि वहां कोई भी विभाग का कर्मचारी नहीं था। इसी के साथ ही डिग्गियों में दूषित पानी जिसे कीचड़ भी बोल सकते है पड़ा था। इन डिग्गियों के पास बहुत ज्यादा बदबू आ रही थी। जिसके कारण यहां खड़ा भी नहीं रहा जा रहा था। जिसपर मण्डी वासियों ने मांग की कि इन डिग्गियों की सफाई करवाकर इनमें पेयजल पानी डलवाएं और जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न करें।
मण्डीवासी जगविन्द्र सिंह व हबीब खां ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व सोशल मीडिया पर वायरल वीडियों में बताया गया कि डिग्गी में मच्छलियां मरी हुई पड़ी है तथा बदबू आ रही है। जिसपर रविवार को मण्डी वासियों ने डिग्गियों का मौका देखा। यहां देखा कि जिस डिग्गी में मच्छलियां मरी थी। जिसे बाहर तो निकाल दिया गया है लेकिन डिग्गी की सफाई नहीं की है। वहीं इन मरी हुई मच्छलियों के पानी को पूरा साफ नहीं किया गया है। जिसकी वजह से यहां बहुत ज्यादा बदबू आ रही है। वहीं बड़ी डिग्गियां जो बनी हुई है। उसमें भी अब नीचे का पानी बचा हुआ है जो भी बहुत मार रहा है। जिसपर लोगों ने इन डिग्गियों को पूरा साफ करके इसमें आने वाला नया पानी डालने की मांग की है। लोगों ने कहा कि अगर इसी पानी में नहर में आया पानी डाल कर सप्लाई कर दिया जाएगा तो जरूर ही इससे बीमारियां फैलेगी। अब जो पानी आ रहा है वो अपर्याप्त है। विभाग को चाहिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो।

इस मौके पर रेंवतराम गोदारा, वैद्य रामनिवास सारस्वत, पवन सारस्वत, मदन सिहाग, ओमप्रकाश मिमाणी, मोहित अरोड़ा, हामिद, रामकिशन सारस्वत सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
व्यापारियों ने एसडीएम को भेजा पत्र :-
व्यापारी रामकिशन कस्वां ने उपखण्ड अधिकारी को पत्र भेजकर मांग की है कि खाजूवाला 15 दिनों से पानी कि समस्या बनी हुई हैं, जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियन्ता, सहायक अभियंता ने हाथ खड़े कर दिए हैं। पानी कि व्यस्था नहीं है जनता कि बात प्रशासन अनदेखी कर रहा है और सभी जगह राज्य सरकार पानी रेल्वे लाईन और टैंकरों से घर-घर पहुंचा रही हैं। लेकिन खाजूवाला मे कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं मत्रियों द्वारा भाषण में कहा जाता है कि खाजूवाला में 600 करोड़ रूपए पेयजल आपूर्ति करने के लिए दिए है। जबकि पीएचईडी विभाग ने पानी व्यवस्था के लिए कोई टैंकर सप्लाई टेंडर जारी नही किया और मौन धारण कर लिया है। अधिकारियों से बात करते है तो वह कहते है कि खाजूवाला में पेयजल आपूर्ति के लिए कोई राशि जारी नहीं किया है। पानी व्यवस्था का माकूल इंतजाम समय रहते नहीं किया गया तो आगामी माह में यहां त्राही-त्राही हो सकती है।

