बीकानेर, नोखा के हिम्मटसर की रोही में तीन दिन पूर्व ढाणी में सो रहे व्यक्ति की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें वारदात को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी भी शामिल है। सीआइ ईश्वर प्रसाद जांगिड़ ने बताया कि 10 मई की अलसुबह ढ़ाणी में सो रहे रामेश्वर बिश्नोई की गोली मारकर हत्या करने के बाद हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए तीन पुलिस टीमें गठित की गई। टीमों ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर दबिशें देते हुए शुक्रवार को मुख्य आरोपी समेत तीन को दबोच लिया। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल आरोपी नागौर कंवलीसर हाल मालवीय नगर जयपुर निवासी सुनील पुत्र शिवनारायण बिश्नोई, रामसिंह पुत्र शिवनारायण बिश्नोई और हिम्मटसर निवासी कैलाश पुत्र राजाराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही है।
अन्य आरोपियों की तलाश
इस वारदात के बाद मृतक रामेश्वर के पिता हजारीराम ने रिपोर्ट दी थी, जिसमें पूरे घटनाक्रम का हवाला दिया था। रिपोर्ट में नागौर कंवलीसर निवासी कोजाराम के पुत्र जीवराज, भंवरलाल, शिवनारायण, सुनील पुत्र शिवनारायण, राजेंद्र पुत्र जीवराज, पूनम पुत्र शिवनारायण, रामसिंह पुत्र शिवनारायण, रिछपाल पुत्र देवीलाल बिश्नोई, हिम्मटसर निवासी हरीराम पुत्र रामकरण, धनराज पुत्र रामकरण, कैलाश पुत्र राजाराम बिश्नोई सहित 4-5 अन्य लोगों का भी इस वारदात में शामिल होने का उल्लेख किया गया था। पुलिस मुख्य आरोपी सहित षड़यंत्र में शामिल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अन्य फरार आरोपियों को गिरफ्तारी करने का प्रयास कर रही है।
वारदात को अंजाम देने का कारण
आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी सुनील बिश्नोई व रामसिंह के चचेरे भाई ओमप्रकाश की शादी हिम्मटसर में मृतक रामेश्वर की बहन गीता के साथ हुई थी। ओमप्रकाश मानसिक विक्षिप्त होने के कारण गीता अपने ससुराल नहीं जा रही थी। कुछ समय पहले आरोपी को गीता की दूसरी जगह शादी करने का संदेह हुआ तो आरोपी सुनील बिश्नोई ने रामेश्वर बिश्नोई के बारे में जानकारी जुटाकर उसे ठिकाने लगाने की योजना बनाई। वह अपने पिता, भाई रामसिंह व अपने अन्य साथियों को साथ लेकर हिम्मटसर पहुंच गया और पूर्व नियोजित योजना के तहत रात्रि को रामेश्वर के खेत में काम करने के बाद उसके अपनी ढाणी में हथियारों के साथ पहुंच गए और ढाणी में सो रहे रामेश्वर की गोली मारकर हत्या कर दी। बाद में मौके से तुरंत फरार हो गए।