











खाजूवाला, भारत सरकार के स्वच्छता अभियान की खाजूवाला मण्डी में सरे आम धज्जियां उड़ती हुई दिखाई देखी जा सकती है। मण्डी में शुल्भ शौचालय जाम पड़े है तो कही शौचायल की दीवारे तक टूट चुकी है। जिसको लेकर ग्राम पंचायत व प्रशासन दोनों ही सक्रिय नजर नहीं आ रहे है। वहीं स्वच्छता के नाम पर ग्राम पंचायतों से लाखों रुपए उठाए जाते है लेकिन धरातल पर कार्य नाम मात्र का होता है।
मण्डी वासी मांगीलाल ने बताया कि खाजूवाला बाजार में बने शुल्भ शौचायलों की हालत खस्ता है। बाजार में पंचायत द्वारा कई स्थानों पर शौचायल निर्माण करवाए गए थे। लेकिन उनका रख-रखाव नहीं होने की वजह से अब इन शौचायल के अन्दर जाना तो मुमकीन ही नहीं है वहीं व्यापारी इन शौचायलों की दीवारों ही लघुशंका करने को मजबूर है। इस सम्बन्ध में ग्राम पंचायत द्वारा कोई सक्रिय कदम उठाकर साफ-सफाई नहीं करवाई जा रही है। मण्डी के बाजार में सब्जी मण्डी के पीछे कॉम्प्लेक्स बना हुआ है जहां सफाई नहीं होने से हालात बद से बदतर है। वहीं सिंचाई कॉलोनी के सामने बने शौचायल की तो दीवारें भी गिर गई है तथा इस जर-जर शौचायल की देख-रेख के अभाव में यह स्थिति हुई है। इसी के साथ मण्डी में अनेकों स्थान पर सरकार द्वारा बजट देकर शौचायलों का निर्माण करवाया गया है लेकिन वहां साफ-सफाई नहीं होने के कारण अब व्यापारियों को काफी दूर जाना पड़ता है। वहीं मीणा मार्केट, सब्जी मण्डी के लोगों को आई टी सेन्टर के सामने खुले में जाना पड़ता है। खाजूवाला मण्डी में रोजाना सैकड़ों लोग चक-आबादियों से आते है यहां आदमियों के लघुशंका के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं महिलाओं को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।

