सीमा पर चीन-पाकिस्तान ही नहीं खनन माफिया भी बड़ा खतरा

बीकानेर, राजस्थान बॉर्डर पर खनन माफिया ने देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। जिप्सम के लिए माफिया ने बीकानेर के कोलायत, खाजूवाला, बज्जू, पूगल और दंतौर इलाके में करीब 70 किमी क्षेत्र में बॉर्डर को खोद दिया है।

जिप्सम का इस्तेमाल प्लास्टर ऑफ पेरिस और रासायनिक खादें बनाने में होता है। इन क्षेत्रों में 30-40 जगह ऐसी हैं, जहां खनन माफिया तारबंदी के 500 मीटर करीब तक पहुंच गए हैं। यही नहीं, सरहद के नजदीक 30 से 40 फीट गहरे गड्‌ढे तक कर दिए गए हैं।

जिप्सम का खनन शुरू होने के बाद से बॉर्डर पर आपराधिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। बॉर्डर इलाके में दिनभर खनन माफिया की एसयूवी गाड़ियां घूमती हैं। सुरक्षा के तहत बॉर्डर इलाके में परिचय पत्र देखने के बाद ही लोगों की आवाजाही होती है,, लेकिन यहां सीमा चौकियों के नजदीक खनन माफिया की बेरोकटोक आवाजाही जारी है। बॉर्डर के नजदीक देर रात तक खनन माफिया शराब पार्टी करते हैं।

बीएसएफ के आईजी (वर्क्स) अमित लोढ़ा ने बताया कि कोलायत और खाजूवाला में जिप्सम खनन का मामला जानकारी में है। इस संबंध में कई बार राज्य सरकार से शिकायत की है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। अवैध खनन सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती है।