अब पाकिस्तान को मिलेगा करारा जवाब, भारतीय सेना ने दे दिया बड़ा संकेत

पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। भारतीय सेना ने दुश्मन की किसी भी हरकत का कड़ा जवाब देने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। वेस्टर्न कमांड ने हरिद्वार में गंगा किनारे 22 नवंबर तक ‘एक्सरसाइज राम प्रहार’ का सफल आयोजन किया। अब वेस्टर्न कमांड के जीओसी-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने इस सैन्य अभ्यास का वास्तविक उद्देश्य साझा किया है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद और बड़ी तैयारी – कटियार

प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल कटियार ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर में हमने दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचाया था। हमें अंदेशा है कि दुश्मन दोबारा कोई गलत कदम उठा सकता है, ऐसे में हमें नए ऑपरेशन की जरूरत पड़ सकती है। लेकिन जैसा हमारी लीडरशिप स्पष्ट कर चुकी है—दुश्मन की किसी भी हरकत का जवाब पहले से कहीं ज्यादा सख्त होगा। इस अभ्यास की तैयारी उसी जवाब का हिस्सा है।”

मां गंगा से मांगा आशीर्वाद:-

कटियार ने गंगा तट पर आयोजित बड़े स्तर की कॉम्बैट रेडीनेस ड्रिल की सफलता के लिए मां गंगा का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “गंगा नदी के किनारे खड़ा होना मेरे लिए सौभाग्य है। किसी भी बड़े काम की शुरुआत से पहले मां गंगा का आशीर्वाद लेना आवश्यक माना गया है, इसलिए हमने भी अपनी तैयारी उनसे आशीष लेकर शुरू की।”

क्या है ‘राम प्रहार’ एक्सरसाइज?

‘राम प्रहार’ भारतीय सेना की एक विशाल स्तर की कॉम्बैट रेडीनेस ड्रिल है, जो हरिद्वार के पास झिलमिल झील रिजर्व फॉरेस्ट के दुधाला-दयालवाला क्षेत्र में चार सप्ताह तक चली। इस दौरान आर्मी ने दुश्मन को अपनी ताकत का संदेश देने के लिए ग्राउंड और एरियल दोनों तरह के उपकरणों का व्यापक उपयोग किया।

स्वदेशीकरण की दिशा में बड़ी उपलब्धि:-

इस बीच भारतीय सेना ने “ईयर ऑफ टेक्नोलॉजी एब्जॉर्प्शन” के तहत अपने इंडिजिनाइजेशन कार्यक्रम में अहम प्रगति की घोषणा की है। इससे विदेशी रक्षा उपकरणों पर निर्भरता कम करने की दिशा में बड़ी सफलता मिली है।

एडीजी पीआई के अनुसार—

1,050 से ज्यादा विदेशी हथियारों के स्पेयर पार्ट्स और 60 से अधिक प्रमुख असेंबली अब स्वदेशी रूप से तैयार की जा चुकी हैं। इसके अलावा, 1,035 असेंबली/सब-असेंबली और 3,517 स्पेयर पार्ट्स भी देश में ही विकसित किए गए हैं।