खाजूवाला, नगरपालिका भवन खाजूवाला में शुक्रवार को खाजूवाला जिला बनाओ संघर्ष समिति की बैठक रखी गई। जिसमें खाजूवाला के नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ताओं व व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी, सरपंच और जनप्रतिनिधी व संघर्ष समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष महावीर प्रसाद सोनी ने कहा कि खाजूवाला को जिला बनाओ कि मांग को आगामी दिनों में और तेज करने के लिए पंचायत वार समितियां गठित की जाएगी और घर-घर जाकर संपर्क किया जाएगा। इसके साथ-साथ छतरगढ़ में भी खाजूवाला संघर्ष समिति के लोग संपर्क कर लोगों को जागरूक किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर खाजूवाला के सरपंच गणों की बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल को ज्ञापन भेजकर खाजूवाला को जिला बनाने की मांग की गई है। इस मौके पर बैठक में साबुद्दीन पड़िहार, इंद्राज साईं, रामकिशन कस्वां, सचिव प्रह्लाद तिवाड़ी, प्रवक्ता एडवोकेट भूपेंद्र सिंह, अमित ज्याणी, मांगीलाल मेघवाल, दिलीप जालंधरा, राकेश कस्वां, पीयूष सोमानी सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
सरपंच एसोसिएशन के खलील खान पड़िहार ने बताया कि सरपंचों द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व आपदा प्रबंधन मंत्री गोविंदराम को पत्र लिखकर मांग की है कि खाजूवाला जिला बनाने के लिए सामरिक दृष्टि से सभी मापदंड पूरे करता है। इसलिए खाजूवाला को भी जिला बनाया जाए।
विधानसभा के बजट में राजस्थान में 03 नये सम्भाग एवं 19 नये जिलो की घोषणा की गई। जो कि राज्य के सर्वागीण विकास के लिये स्वागत योग्य फैसला हैं। इन जिलों में से काफी जिले ऐसे हैं जो कि हमारे विधानसभा क्षेत्र खाजूवाला से भी काफी कम मापदण्डों पर आधारित हैं। इसलिये हमारे विधानसभा क्षेत्र खाजूवाला एवं आसपास की तहसीलों के समस्त नागरिकों की खाजूवाला को जिला बनाने की पुरजोर मांग उठ रही हैं तथा विधानसभा क्षेत्र खाजूवाला के समस्त नागरिकों की जनभावना भी खाजूवाला को जिला बनाने की हैं। खाजूवाला भारत-पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा पर बसा हुआ उपखण्ड क्षेत्र हैं एवं देश की आन्तरिक सुरक्षा के मद्देनजर भी जिला बनाया जाना अंत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। खाजूवाला नगरपालिका मुख्यालय हैं एवं आस पास की तहसीलों का भी केन्द्र बिन्दु हैं। खाजूवाला जिला बनाने के लिये समस्त आधारभूत सुविधाओं एवं मापदण्डों पर खरा उतरता है।
खाजूवाला भोगौलिक दृष्टि से खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र काफी बड़ा हैं खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र में तीन उपखण्ड खाजूवाला, पूगल एवं छतरगढ एवं कोलायत विधानसभा क्षेत्र का बज्जू उपखण्ड भी शामिल किया जा सकता हैं एवं इसमें खाजूवाला, पूगल, छतरगढ, उपतहसील दन्तौर एवं दामोलाई एवं कोलायत उपखण्ड की रणजीतपुरा उपतहसील रावला तहसील एवं 365 हैड उपतहसील एवं लूणकरणसर विधानसभा क्षेत्र का कुछ हिस्सा जो कि खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र से सटा हुआ हैं, को मिलाकर खाजूवाला जिला बनाया जाना न्यायोचित हैं।
खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र आर्थिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं। खाजूवाला वर्ष 1990-96 तक बी.बी.सी. के सर्वे अनुसार एशिया की सबसे तेज से बढ़ने वाली मण्डी थी व कपास उत्पादन में एशिया की सबसे बडी मण्डी रही हैं एवं वर्तमान में खाजूवाला को कपास मण्डी घोषित करवाया गया हैं। खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र में जिप्सम के भण्डार के रूप में विष्व का सबसे बडा क्षेत्र हैं एंव वल्लर जिप्सम की सबसे बडी माईन्स हैं एंव भारी मात्रा में राज्य सरकार को राजस्व देने का कार्य किया जा रहा हैं। इस मौके पर सरपंच चेतराम भाम्भू, भगीरथ, मुस्से खां दईया, सरपंच प्रतिनिधि किशन मेघवाल, जियाराम, सुरेंद्र सिंवर, दिनेश कस्वां, अब्दुल सत्तार, मोहम्मद ताह, हनीफ नागौरी, व्यापार मंडल अध्यक्ष मोहनलाल सियाग, बार एसोसिएशन अध्यक्ष एडवोकेट सलीम खान, कुर्बान खान सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे