











खाजूवाला, भाजपा मंडल खाजूवाला द्वारा श्रीकरणी माता मन्दिर में भारतीय जनसंघ के सह संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 105 वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष जगविन्द्र सिंह ने कहा कि पण्डित दीनदयाल बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे, इस महान व्यक्तित्व में कुशल अर्थचिन्तक, संगठनशास्त्री, शिक्षाविद्, राजनीतिज्ञ, वक्ता, लेखक व पत्रकार आदि जैसी प्रतिभाएं छुपी थीं, पं. दीनदयाल उपाध्याय महान चिंतक और संगठक थे। आरएसएस के एक अहम नेता और भारतीय समाज के एक बड़े समाजसेवक होने के साथ वह साहित्यकार भी थे।
किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष थान सिंह भाटी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितम्बर 1916 को मथुरा जिले के नगला चन्द्रभान ग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम भगवती प्रसाद उपाध्याय था, जो नगला चंद्रभान (फरह, मथुरा) के निवासी थे। उनकी माता का नाम रामप्यारी था, जो धार्मिक प्रवृत्ति की थीं। पिता रेलवे में जलेसर रोड़ स्टेशन के सहायक स्टेशन मास्टर थे। रेल की नौकरी होने के कारण उनके पिता का अधिक समय बाहर ही बीतता था। कभी-कभी छुट्टी मिलने पर ही घर आते थे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एकात्म मानववाद के प्रणेता थे। उन्होंने अपने जीवन में समाज सेवा का कार्य किया।
इस मौके पर मंडल अध्यक्ष जगविन्द्र सिंह सिधू, जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा थान सिंह भाटी, सुशील सारस्वत, विकास बंसल, राधेश्याम पारीक, शिशपाल राजपुरोहित, सुमेर सिंह सोढ़ा, शंकर लाल पारीक, शिवकुमार मारु, मखन सिंह राठौड़, राधेश्याम गोदारा, भागीरथ शर्मा, अमित ज्याणी, सुनील जालंधरा आदि उपस्थित रहे।

