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खाजूवाला, खाजूवाला के सामरदा नौसेरा में सोमवार को हंगामा हुआ। यहां जिप्सम माफियाओं द्वारा एक रास्ता बनाया गया है जो कि वन-विभाग की जमीन में से बनाया गया है। वहीं यहां पुराना कब्रिस्तान होने के कारण यहां लोग एकत्रित हो गए और हंगामा किया। जिसपर वन-विभाग के रेंज व उपखण्ड अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। यहां जिप्सम माफियाओं ने 8 किलोमीटर का रास्ता तैयार किया है जिसमें से 3 किलोमीटर वन-विभाग की जमीन में से रास्ता बना दिया गया है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि ये जिप्सम माफिया लीज की आड़ में उनके कब्रिस्तान सहित अन्य स्थानों से अवैध रूप से जिप्सम निकालेंगे।
निवासी फारूक कास्मी ने बताया कि ग्राम पंचायत सामरदा के पुराने गांव नौसेरा में अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों की पुरानी कब्रों एवं जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा अवैध खनन करने हेतु वन विभाग की जमीन पर अवैध रास्ता बनाया गया है। वन विभाग की भूमि से अवैध रास्ता बनना कहीं ना कहीं वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नाकामी या मिलीभगत को दर्शाता है। ग्रामीणों की इस पैतृक भूमि एवं कब्रिस्तान की जगह का सिविल न्यायालय में प्रकरण चल रहा है। गांववालों को पता चलने पर यहां ग्रामीण एकत्रित हो गए और यहां अधिकारियों को दूरभाष पर सूचना दी। जिसपर वन विभाग के अधिकारी व उपखण्ड अधिकारी को सूचना दी। अधिकारी मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। उसके बाद क्षेत्रीय वन अधिकारी सुरेन्द्र पाल मीणा को अवैध रास्ते को खोदने, कब्रिस्तान की भूमि के बाहर जगह चिन्हित करने एवं अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने को कहा गया एवं हल्का पटवारी कमलेश मीणा को लीज की जगह को चिन्हित कर उस पर बोर्ड लगवाने की कारवाई के निर्देश प्रदान किए।


कास्मी ने बताया कि जिस जगह पर भूमाफियाओं की अवैध जिप्सम खनन करने के प्रयास किए जा रहे है। वो जगह हमारे पुरखों की 500 साल पुरानी जगह है एवं हमारे बुर्जुगों की कब्रे मौके पर मौजूद है। पूर्व में खनिज विभाग ने भूलवश यहां लीज के ब्लॉक स्वीकृत कर नीलामी करने की निविदा निकाली थी, तब हम गांववालों को पता चलने पर मौका देखने पर निरस्त की गयी थी। लेकिन अभी वर्तमान जगह से 4-5 किलोमीटर दूर एक लीज है जो की 2017 है अभी तक उसमें जिप्सम निकालने की कोई कारवाई नहीं की गयी है,आज जहां कोरोना काल में आमजन से यह अपील कर रही है की बाहर न निकले वही दूसरी ओर भूमाफियाओं द्वारा यह प्रयास है कि कब्रिस्तान एवं पुरखों की जमीन खोदकर अवैध जिप्सम खोदा जाये। मौके पर वन विभाग की जमीन में अवैध रास्ता बनाया गया है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर स्थानीय प्रशासन एवं वन विभाग ने समय रहते कोई कड़ी कारवाई नहीं करता है तो सभी गांववालें अपने पुरखों की जमीन पर जाकर आत्मदाह कर देंगे, लेकिन अपने पुरखों की कब्रे एवं जगह नहीं खुदने देंगें।

वर्जन
ग्रामीणों द्वारा सूचना देने पर पता चला कि यहां लीज धारकों ने एडीएम के पास में से यहां तक लगभग 8 किलोमीटर का रास्ता बनाया है। जिसमें से 3 किलोमीटर वन-विभाग में भी इन्होंने अवैध रूप से रास्ता बना दिया है। जिसपर मामला दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
सुरेन्द्र मीणा
क्षेत्रीय वन अधिकारी