PM Modi Bikaner Visit: पलाना में गरजे PM मोदी, आतंकवाद से निपटने के लिए बताए ये ‘तीन सूत्र’, पढ़े पूरी खबर

PM Modi Bikaner Visit: पलाना में गरजे PM मोदी, आतंकवाद से निपटने के लिए बताए ये ‘तीन सूत्र’, पढ़े पूरी खबर

R.खबर ब्यूरो। बीकानेर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद गुरुवार को राजस्थान की वीरभूमि बीकानेर के पलाना में पहली जनसभा को संबोधित किया। अपने भाषण में उन्होंने न केवल 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मर्मस्पर्शी जिक्र किया, बल्कि आतंक के खिलाफ भारत के नए रुख को भी दुनिया के सामने स्पष्ट किया।

पलाना में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को जब आतंकियों ने धर्म पूछकर बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ा, तो वह सिर्फ एक हमला नहीं था। वह हर भारतवासी के सीने पर चली गोली थी। उन्होंने बताया कि इसके जवाब में सिर्फ 22 मिनट में आतंकियों के 9 सबसे बड़े ठिकानों को ध्वस्त किया गया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई दिखाती है कि अब भारत चुप नहीं बैठता, भारत जवाब देता है, निर्णायक और निर्णायकता के साथ।

ऑपरेशन सिंदूर- सैन्य रणनीति का नया अध्याय:-

प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को आतंक के खिलाफ एक निर्णायक मोड़ बताया और कहा कि इससे तीन महत्वपूर्ण सिद्धांत स्थापित हुए-

पहला- यदि भारत पर कोई आतंकी हमला होता है, तो उसका करारा जवाब दिया जाएगा, और इसका समय, तरीका व शर्तें हमारी सशस्त्र सेनाएँ तय करेंगी।

दूसरा- भारत न तो परमाणु हथियारों की धमकियों से डरता है और न ही गीदड़ भभकियों से विचलित होता है।

तीसरा- आतंकवाद के आकाओं और आतंक को संरक्षण देने वाली सरकारों को अब अलग-अलग नहीं माना जाएगा; उन्हें एक ही रूप में देखा जाएगा। पाकिस्तान का यह खेल अब और नहीं चलेगा।

अपने जोशीले अंदाज़ में पीएम मोदी ने कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिला दिया गया है। जो हथियारों पर घमंड करते थे, आज वे मलबे में दबे पड़े हैं। यह प्रतिशोध नहीं, यह न्याय है। यह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ है- भारत के रौद्र और न्यायप्रिय स्वरूप का प्रतीक।

पाकिस्तान को बेनकाब करने की रणनीति:-

पीएम मोदी ने यह भी बताया कि पाकिस्तान के झूठ और आतंकवादी चेहरे को दुनिया के सामने लाने के लिए भारत से सात बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडल विश्वभर में भेजे जा रहे हैं, जिनमें सभी दलों के नेता शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पाक अब भारत से सीधी लड़ाई में जीत नहीं सकता, इसलिए आतंक का सहारा लेता है। लेकिन अब समय बदल चुका है- अब भारत की ताकत बोल रही है।