Police Raid: शहर में अवैध नशे की सप्लाई, देर रात क्लब में पहुंची पुलिस तो मचा हड़कंप, इस हाल में मिले युवक-युवतियां

CST Team Action: जयपुर, शहर में अवैध नशे की सप्लाई से जुड़े तस्कर अब भी बेखौफ घूम रहे हैं, हालांकि पुलिस लगातार उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में महेश नगर थाना पुलिस ने डीएसटी साउथ के सहयोग से मादक पदार्थ तस्कर गणपत प्रजापत को गिरफ्तार किया है।

पुलिस कमिश्नर सचिन मित्तल ने बताया कि आरोपी मूल रूप से ब्यावर जिले के संग्रामगढ़ का निवासी है और फिलहाल नारायण विहार क्षेत्र में रह रहा था। आरोपी के कब्जे से 9.45 ग्राम एमडी ड्रग बरामद की गई है।

इधर, पुलिस कमिश्नर को मिली सूचना के आधार पर जवाहर सर्कल इलाके में संचालित एक हुक्का बार पर भी बड़ी कार्रवाई की गई। सीएसटी टीम ने क्लब हब-40 पर छापा मारकर वहां युवक-युवतियों को अवैध रूप से हुक्का पिलाते हुए पकड़ा।

स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि मौके से मैनेजर योगेन्द्र निवासी जोतड़ावाला, कर्मचारी अनिल कुमार महावर निवासी इंदिरा गांधी नगर जगतपुरा और दीपक बैरवा निवासी मुहाना को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा शांतिभंग की धाराओं में बाउंसर विनोद कुमार गुर्जर निवासी जमवारामगढ़, ओमप्रकाश मीणा निवासी सिरौली और मोहित कुमार शर्मा निवासी नवलगढ़, झुंझुनूं को गिरफ्तार किया गया। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 24 हुक्का, 24 पाइप, 24 चिलम, 14 तंबाकू फ्लेवर पैकेट और आठ छोटे बॉक्स जब्त किए।

सीएसटी का सख्त प्रहार, 15 दिन में 28 तस्कर गिरफ्तार:-

शहर में अवैध गतिविधियों और अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस कमिश्नरेट की सीएसटी ने 15 दिवसीय सघन अभियान चलाया। इस दौरान मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ अलग-अलग थानों में 26 प्रकरण दर्ज किए गए।

अभियान के तहत पुलिस ने 122.177 ग्राम स्मैक, 18.41 ग्राम एमडी, 117.21 ग्राम चरस और 7.331 किलो गांजा जब्त किया। इसके साथ ही नशा तस्करी में इस्तेमाल एक मोटरसाइकिल और 51,230 रुपये नकद भी बरामद किए गए।

कार्रवाई के दौरान कुल 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें दो विदेशी महिलाएं शामिल हैं, जबकि तीन नाबालिगों को निरुद्ध किया गया। इसके अलावा सीएसटी ने अवैध हुक्का बार संचालन के मामलों में भी सख्ती बरतते हुए चार प्रकरण दर्ज किए।

मौके से 49 हुक्का, 49 चिलम, 49 पाइप और भारी मात्रा में फ्लेवर व हुक्का सामग्री जब्त की गई। इस कार्रवाई में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया, पांच को धारा 170 बीएनएसएस में निरुद्ध किया गया और 33 कोटपा एक्ट के तहत चालान किए गए।