राजस्थान: इस जगह जेल के बाहर कैदी चला रहे पेट्रोल पंप, 22 सजायप्ता कैद‍ियों को म‍िली नौकरी

R.खबर ब्यूरो। कोटा में जेल प्रशासन द्वारा शुरू की गई एक अनूठी पहल कैदियों के जीवन में बड़ा बदलाव ला रही है। जेल परिसर के पास संचालित यह पेट्रोल पंप न सिर्फ कैदियों को रोजगार मुहैया करा रहा है, बल्कि उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का भी महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है। अच्छे व्यवहार वाले सजायाफ्ता कैदियों को ओपन जेल में रखा गया है, जहां से वे रोज बाहर निकलकर काम कर पाते हैं और नई शुरुआत की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।

ट्रेनिंग के बाद सौंपी जाती है जिम्मेदारी:-

पेट्रोल पंप पूरी तरह जेल प्रशासन की निगरानी में कैदियों की मदद से चलता है। यहां नियुक्त किए जाने से पहले कैदियों को प्रोफेशनल ट्रेनिंग दी जाती है। यूनिफॉर्म में तैनात कैदी ग्राहकों का स्वागत करते हैं, ईंधन भरते हैं और पूरी जिम्मेदारी के साथ काम संभालते हैं। रोजाना मिलने वाली मजदूरी उनकी रिहाई के बाद नई जिंदगी शुरू करने में मदद करती है। कुछ कैदी बाहर आने के बाद निजी पेट्रोल पंपों पर भी नौकरी कर रहे हैं।

अब शुरू होने जा रहा है CNG स्टेशन:-

पेट्रोल पंप पर जल्द ही CNG स्टेशन भी शुरू किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि CNG की बढ़ती डिमांड से पंप की आमदनी में इजाफा होगा और रोजगार के नए अवसर भी बढ़ेंगे। इससे पुनर्वास कार्यक्रमों को भी मजबूती मिलेगी।

कैदियों की प्रोफेशनल वर्किंग से बदल रही लोगों की सोच:-

ग्राहकों का मानना है कि यहां काम करने वाले कैदियों का व्यवहार बेहद विनम्र होता है और काम भी पूरी प्रोफेशनल तरीके से करते हैं। इससे समाज में उनके प्रति सकारात्मक सोच विकसित हो रही है। जेल प्रशासन का भी कहना है कि रोजगार, जिम्मेदारी और विश्वास ही कैदियों के सुधार के सबसे प्रभावी साधन हैं। इसी मॉडल पर राजस्थान के कई जिलों में चल रहे पेट्रोल पंप मिसाल बनते जा रहे हैं, जहां सजा के साथ-साथ सुधार और समाज में वापसी के रास्ते भी तैयार किए जा रहे हैं।