R.खबर ब्यूरो। राजस्थान से बड़ी खबर सामने आई है, जहां निजी ब्लड बैंकों में दान का रक्त रामभरोसे है। जानकारी के अनुसार ड्रग आयुक्तालय-RSBTC की कमजोर मॉनिटरिंग का साइड-इफेक्ट है। प्रदेशभर में संचालित निजी श्रेणी के 192 ब्लड बैंकों में से कईयों में खेल चल रहा है, दान में मिल रहे रक्त को दूसरे राज्यों में महंगे दामों पर बेचकर चांदी कूटी जा रही है।
पिछले कुछ सालों में ब्लड की तस्करी के कई गंभीर श्रेणी के मामले सामने आ चुके हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार एजेंसियां “जीवनदायनी” मुहिम को लेकर गंभीर नहीं दिख रही हैं। फिर चाहे रक्त की ऑनलाइन मॉनिटरिंग हो या फिर एक जगह से दूसरे जगह मूवमेंट।
निजी ब्लड बैंक संचालक खुद के नियमों के हिसाब से फील्ड में कामकाज कर रहे हैं। सबसे आश्चर्य की बात ये कि ड्रग अफसरों की नजर के नीचे ये “अवैध-धंधा” चल रहा है। फिर भी निजी ब्लड बैंकों में चल रहे खून के अवैध कारोबार पर नकेल का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है।