राजस्थान: राजनीतिक करियर खत्म कर दूंगा…’, कांग्रेस मंडल अध्यक्ष बोले प्रभारी ने गोली मारने की दी धमकी, बैठक में मचा बवाल
R.खबर ब्यूरो। कोटा, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर कोटा के सभी मंडलों में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत ‘वोट चोरी रोकथाम महाअभियान’ को मजबूत करने के लिए बैठकें जारी हैं।
इसी क्रम में शनिवार शाम बोरखेड़ा मंडल की बैठक अचानक विवाद का केंद्र बन गई। बैठक के दौरान बोरखेड़ा कांग्रेस मंडल अध्यक्ष दीपक नामदेव और लाडपुरा विधानसभा प्रभारी नेमीचंद के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि माहौल तनावपूर्ण हो गया और हाथापाई की नौबत आ गई। हंगामे के चलते बैठक बीच में ही रोकनी पड़ी। पूरा घटनाक्रम वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में भी रिकॉर्ड हुआ है।
नामदेव का आरोप — “अंगूठा मरोड़ा, गालियां दीं
मंडल अध्यक्ष दीपक नामदेव का कहना है कि प्रभारी नेमीचंद ने बैठक में मुद्दे से हटकर उन पर निजी आरोप लगाए। नामदेव ने दावा किया कि नेमीचंद ने उन्हें गालियां दीं, अंगूठा मरोड़ा और बाहर निकलते समय गोली मारने की धमकी भी दी। नामदेव का कहना है कि वे सामाजिक सरोकारों से जुड़े कार्यक्रम—रक्तदान शिविर, चिकित्सा शिविर, पौधरोपण जैसे कार्य—करते हैं, जिन्हें राजनीतिक रंग देना उचित नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभारी बैठकों में हावी होने की कोशिश कर रहे हैं और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को भी अपशब्द कहे।
मंडल अध्यक्ष व उनके समर्थक माहौल खराब कर रहे थे : नेमीचंद
वहीं प्रभारी नेमीचंद ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वे सिर्फ SIR की समीक्षा के लिए आए थे, लेकिन दीपक और उनके समर्थक एजेंडा से भटकते हुए अनावश्यक मुद्दे उठाने लगे। नेमीचंद का दावा है कि बैठक में एक कार्यकर्ता निखिल सोनी को दीपक ने थप्पड़ मारा, जिसका उन्होंने विरोध किया। इसके बाद माहौल और बिगड़ गया। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ एडिट किए हुए वीडियो और गलत जानकारी फैलाई जा रही है। नेमीचंद ने बताया कि उन्होंने पूरे मामले की शिकायत वरिष्ठ पदाधिकारियों को भेज दी है। पार्टी द्वारा नामदेव को पहले भी नोटिस जारी किया जा चुका है।
बैठक विवाद के बाद पार्टी स्तर पर नाराज़गी
घटना के बाद संगठन में आंतरिक असंतोष की चर्चाएं तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि पूरे मामले की रिपोर्ट आलाकमान को भेजी जा रही है और दोनों पक्षों से स्पष्टीकरण मांगा जा सकता है।

