











Rajasthan: कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में कई MLA भी शामिल, नवंबर में हो सकती है घोषणा; लिस्ट में ये नाम शामिल
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान कांग्रेस में संगठन को मजबूत करने की कवायद तेज हो गई है। कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत राहुल गांधी के फॉर्मूले पर जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। राज्य के 50 में से 48 जिलों के लिए जिलाध्यक्षों के पैनल तैयार कर लिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, इन पैनलों की स्क्रूटनी चल रही है और जल्द ही अंतिम सूची राहुल गांधी को मंजूरी के लिए भेजी जाएगी।
माना जा रहा है कि 30 अक्टूबर या नवंबर के पहले सप्ताह तक जिलाध्यक्षों की घोषणा हो सकती है। बारां और झालावाड़ जिलों के पैनल उपचुनाव के कारण अभी लंबित हैं और इन पर फैसला उपचुनाव के बाद होगा।
लंबी चर्चाओं के बाद बने पैनल:-
कांग्रेस पर्यवेक्षकों ने प्रदेशभर में बैठकें कर जिलाध्यक्षों के पैनल तैयार किए हैं। अधिकांश जिलों में प्रत्येक पैनल में छह नाम शामिल किए गए हैं, जबकि कुछ जगह यह संख्या कम है। इन पैनलों में वर्तमान जिलाध्यक्षों के साथ विधायकों, पूर्व विधायकों और हाल में चुनाव हारे नेताओं के नाम भी शामिल हैं।
खास बात यह है कि पर्यवेक्षकों ने अपने फीडबैक के आधार पर कुछ ऐसे नेताओं के नाम भी जोड़े हैं जिन्होंने स्वयं आवेदन नहीं किया था। अब इन पैनलों में से प्रत्येक जिले के लिए एक नाम तय कर राहुल गांधी को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
दिल्ली में हुई हाईलेवल मीटिंग:-
दिल्ली में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पर्यवेक्षकों की बैठक कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ हुई। इस मीटिंग में हर जिले के पैनल पर गहन विचार-विमर्श हुआ। अब राहुल गांधी से चर्चा के बाद इन नामों को अंतिम रूप दिया जाएगा।
बड़े नेताओं के समर्थक मैदान में:-
पैनलों में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा गुटों के समर्थक नेताओं के नाम शामिल हैं। पायलट खेमे ने भी हर जिले में सक्रिय दावेदारी की है। कुछ मौजूदा जिलाध्यक्षों को दोबारा मौका मिलने की संभावना है, वहीं महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान दिया गया है।
पैनल में शामिल कुछ प्रमुख नाम:-
- जयपुर ग्रामीण पूर्व: राजेंद्र यादव, गोपाल मीणा, मनीष यादव
- जयपुर ग्रामीण पश्चिम: विद्याधर सिंह चौधरी, बाबूलाल नागर, हरसहाय यादव
- दौसा: कमल मीणा, ममता भूपेश, डी.सी. बैरवा
- अलवर: योगेश मिश्रा, श्वेता सैनी, अजीत यादव
- कोटा शहर: राखी गौतम, नईमुद्दीन गुड्डू, रवींद्र त्यागी
- उदयपुर शहर: फतेह सिंह राठौड़, पंकज शर्मा, हितांशी शर्मा
- बीकानेर शहर: अनिल कल्ला, मदन गोपाल मेघवाल, यशपाल गहलोत
- हनुमानगढ़: शबनम गोदारा, पवन गोदारा, कृष्ण नेहरा
महिलाओं और युवाओं को तरजीह:-
कांग्रेस संगठन इस बार महिलाओं और युवाओं को अधिक जिम्मेदारी देने पर जोर दे रही है।
कई जिलों में महिला नेताओं के नाम पैनल में शामिल किए गए हैं — जैसे दौसा में ममता भूपेश, अलवर में श्वेता सैनी, और उदयपुर में हितांशी शर्मा।
संगठन में संतुलन की चुनौती:-
जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद यह साफ होगा कि संगठन में किस गुट का प्रभाव बढ़ा है।
गहलोत, पायलट और डोटासरा समर्थकों के बीच संतुलन बनाना पार्टी हाईकमान के लिए एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है।

