











Rajasthan Politics: मेवाराम जैन की कांग्रेस में वापसी पर घमासान, बाड़मेर में लगे विरोधी होर्डिंग्स, नेताओं में भारी खींचतान
R.खबर ब्यूरो। बाड़मेर की राजनीति इन दिनों तेज़ी से गरमा गई है। पूर्व विधायक मेवाराम जैन की कांग्रेस में वापसी को लेकर जिला राजनीति में समर्थक और विरोधी दोनों गुट सक्रिय हो गए हैं।
शनिवार को जैन के बाड़मेर पहुंचने का कार्यक्रम है। एक ओर जहां उनके समर्थक स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं, वहीं दूसरी ओर विरोधी गुट ने बड़े पैमाने पर विरोध अभियान शुरू कर दिया है। बालोतरा से बाड़मेर तक लगे बैनर और होर्डिंग्स में लिखा गया है – “महिलाओं का अपमान नहीं सहेगी बाड़मेर कांग्रेस” और “बाड़मेर हुआ शर्मशार, बलात्कारी हमें स्वीकार नहीं”। इन नारों ने माहौल को और गरमा दिया है।
कांग्रेस के भीतर खींचतान:-
कांग्रेस का एक धड़ा जैन की वापसी का कड़ा विरोध कर रहा है। विरोधी गुट के कई नेता दिल्ली जाकर शीर्ष नेतृत्व से मिल चुके हैं और अपनी आपत्ति दर्ज करा चुके हैं। इस विवाद ने बाड़मेर कांग्रेस के भीतर गहरे मतभेद और खेमेबंदी को उजागर कर दिया है।
कौन-कौन हैं विरोध में?
पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, पूर्व विधायक पदमाराम मेघवाल, जिलाध्यक्ष गफूर अहमद, पूर्व जिला अध्यक्ष फतेह खान, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, प्रदेश सचिव लक्ष्मण गोदारा और आजाद सिंह राठौड़ विरोध जताने दिल्ली पहुंचे थे।
वहीं, दूसरी ओर मेवाराम जैन के समर्थक उनके स्वागत में जुटे हैं। कार्यकर्ताओं ने अहिंसा सर्किल पर पटाखे फोड़कर, ढोल बजाकर और मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की।
इन कारणों से हुई थी नेताओं की कार्रवाई:-
- मेवाराम जैन: सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और अनुशासन उल्लंघन के आरोपों पर निलंबन।
- बालेंदु सिंह शेखावत: लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप।
- संदीप शर्मा: एक महिला से जुड़े अनैतिक आचरण पर कार्रवाई।
- अरविंद डामोर: डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा चुनाव में पार्टी निर्देशों की अवहेलना।
- तेजपाल मिर्धा: गठबंधन और चुनावी रणनीति में अनुशासनहीनता।
- बलराम यादव: पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता।

