











राजस्थान के 12 जिलों में आज बारिश का अलर्ट, 5 दिन बाद फिर एक्टिव होगा नया वेदर सिस्टम
जयपुर। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात के कारण राजस्थान में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के 12 जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की मानें तो एक और नया पश्चिमी विक्षोभ 3 नवंबर को पुनः सक्रिय होने से पश्चिमी व पूर्वी भागों में मेघगर्जन के साथ हल्की-मध्यम बारिश होने की संभावना है। बीते 24 घंटे में कई जिलों में रेकॉर्ड बारिश हुई है। बीते 24 घंटों में सर्वाधिक बारिश बूंदी के नैनवां में 130 मिलीमीटर दर्ज की गई है। इसके अलावा भीलवाड़ा में 88 और चित्तौडगढ़ में 68 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम केन्द्र के अनुसार अक्टूबर महीने में नैनवां, भीलवाड़ा और चित्तौडगढ़ में पहली बार इतनी बारिश रेकॉर्ड की गई है। इधर, बारिश के चलते हवा मेंं नमी बढ़ने से दिन में सर्दी का अहसास होने लगा। दिन और रात के ताामान गिरावट दर्ज की गई। दिन का पारा पांच और रात का पारा चार डिग्री तक गिर गया। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 11 जिलों में भारी का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, सिरोही, उदयपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सलूम्बर, जालोर और पाली में मेघगर्जन और वज्रपात के साथ बारिश की संभावना है।
प्रदेश में क्यों बदला मौसम का मिजाज?
मौसम केन्द्र के अनुसार अरब सागर की खाड़ी में एक अवदाब बनने और एक परिसंचरण तंत्र उत्तर-पूर्वी राजस्थान व आसपास क्षेत्र के ऊपर अवस्थित है। इसके असर से राज्य के दक्षिणी व पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं भारी व अतिभारी बारिश हुई। वहीं, इसके अलावा वर्तमान में बंगाल की खाड़ी में एक तीव्र चक्रवर्ती तूफान “मोंथा” आंध्रप्रदेश तट के पास बना हुआ है। इस चक्रवाती तूफान के असर से राजस्थान में आने वाली पूर्वी हवाओं में नमी की मात्रा बढ़ गई है।

