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चार साल से प्रमोशन नहीं, इतने हजार पदों पर ही होगी तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती
बीकानेर। राजस्थान के साथ-साथ इस समय मध्य प्रदेश और झारखंड में भी तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। लेकिन इन दोनों राज्यों के मुकाबले राजस्थान में इस साल अभ्यर्थियों के लिए शिक्षक बनने की राह मुश्किल नजर आ रही है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से रीट पात्रता परीक्षा फरवरी माह में संपन्न हो चुकी है। इस परीक्षा में करीब 12 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए हैं। उधर, कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर ने तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा -2025 की तिथि निर्धारित कर दी है। यह भर्ती परीक्षा अगले साल 17 से 21 जनवरी को होगी। रीट में पात्रता हासिल करने वाले अभ्यर्थी इस भर्ती परीक्षा में शामिल होंगे। संभावना जताई जा रही है कि इस बार राजस्थान से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में लगभग 12 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। शिक्षा विभाग के पास रिक्त पद फिलहाल 7 हजार ही हैं। सरकार ने करीब 10 हजार पदों पर भर्ती की घोषणा की है। औसत एक पद पर 120 अभ्यर्थियों के बीच प्रतिस्पर्धा रहने की संभावना है। झारखंड में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 26 हजार पदों पर ‌नियुक्ति के लिए भर्ती परीक्षा हो चुकी है। रिजल्ट घोषित होना शेष है। करीब 5 लाख अभ्यर्थी इस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए हैं। यहां एक पद पर करीब 19 अभ्यर्थियों के बीच प्रतिस्पर्धा है। वहीं मध्य प्रदेश में 10758 पदों पर प्रस्तावित तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए लगभग चार लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। मध्य प्रदेश में एक पद पर औसत 37 अभ्यर्थियों के बीच प्रतिस्पर्धा रहेगी। तीनों राज्यों का औसत देखा जाए तो राजस्थान में शिक्षक बनने के लिए मुकाबला अधिक कड़ा होगा। यदि राज्य सरकार चाहे तो तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए प्रस्तावित रिक्त पदों की संख्या में बढ़ोतरी भी हो सकती है। दरअसल, पिछले 4 साल से तृतीय श्रेणी से सेकंड ग्रेड पदों पर डीपीसी नहीं होने के कारण‌ लेवल वन और लेवल सेकंड के रिक्त पदों की संख्या कम है। यदि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती से पहले डीपीसी होती है तो पदों में इजाफा संभव है।