हर क्षेत्र में साथ आ रहे हैं दोनों लोकतांत्रिक देश
R.खबर ब्यूरो, भारत और अमरीका रक्षा उत्पादन में सहयोग और बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत यात्रा पर आए अमरीकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ द्विपक्षीय बैठक में भारत-अमरीका रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए रोडमैप तैयार किया। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों की मानेकशॉ सेंटर में हुई बैठक में रक्षा सहयोग मुद्दों की महत्वपूर्ण श्रृंखला पर चर्चा हुई। इसमें औद्योगिक सहयोग सुदृढ़ बनाने के तरीके चिह्नित करने पर फोकस रहा।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार दोनों देश नई प्रौद्योगिकियों के सह-विकास और मौजूदा व नई प्रणालियों के सह-उत्पादन के अवसर चिह्नित करने और रक्षा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के बीच सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम करते हुए दोनों देश रोडमैप के अनुरूप आगे बढ़ेंगे।
बैठक में मजबूत और बहुआयामी द्विपक्षीय रक्षा सहयोग गतिविधियों की समीक्षा के साथ द्विपक्षीय सहयोग की गति बनाए रखने पर सहमति हुई। साथ ही हाल ही डिफेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिफेंस स्पेस पर शुरू हुए संवाद पर संतोष प्रकट किया गया। दोनों रक्षा मंत्रियों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने में आपसी साझा हितों के मद्देनजर क्षेत्रीय सुरक्षा पर भी चर्चा की।
अमरीका के रक्षा मंत्री ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में तीनों सेना के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया।
LAC पर भी बोले ऑस्टिन:-
अमरीकी रक्षा मंत्री से एलएसी पर चीन के दुस्साहस पर भी सवाल किए गए। इस पर ऑस्टिन ने कहा कि, मैं इस बारे में कोई कयास नहीं लगाना चाहता। कुछ चीजें हमेशा हो सकती हैं। हम ये सुनिश्चित करने के लिए वो सब कुछ करना चाहते हैं कि वो सब चीजें न हों। इसका एक तरीका है कि हम एक दूसरे से बात करते रहें और घटनाओं को नियंत्रण से बाहर जाने से रोकें।
इंडस-एक्स पर आगे बढ़ी बात:-
अमरीकी रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने बताया कि उन्होंने इंडस-एक्स की नई पहल के अंतर्गत भारतीय समकक्ष के साथ रक्षा आविष्कार के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की। उन्होंने कहा इंडस-एक्स को औपचारिक रूप से जून में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरीका की यात्रा के दौरान लॉन्च किया जाएगा।
डोभाल-ऑस्टिन में हुई मुलाकात:-
अमरीका के रक्षा मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच हुई मुलाकात में दोनों पक्षों में हिंद प्रशांत में सुरक्षा चुनौतियों समेत सामुद्रिक, सैन्य और ऐरोस्पेस में उन्नत प्रोद्योगिकी के सहयोग, इनके हस्तांतरण, सह-उत्पादन के साथ भरोसेमंद सप्लाई चैन सुनिश्चित किए जाने पर चर्चा हुई।
चीन का रवैया धमकाने वाला:-
दुनिया देख रही है कि चीन देशों की संप्रभुता के लिए खतरा बन रहा है। उसका रवैया धमकाने और दबाने का है… वह जबर्दस्ती नई बॉर्डर लाइन खींचना चाहता है। लोकतांत्रकि देशों को साथ खड़ा होना होगा।
लॉयड ऑस्टिन, रक्षा मंत्री, अमरीका
मुक्त हिंद-प्रशांत के लिए सहयोग जरूरी:-
एक मुक्त, खुले और नियम संचालित हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने के लिए भारत-अमरीका की साझेदारी अहम है। हम क्षमता निर्माण और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं।
राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री, अमरीका