खाजूवाला, खाजूवाला निवासी हजारी राम तावनीयां ने अपने पुत्र की शादी में प्रत्यक्ष -अप्रत्यक्ष सभी प्रकार के दहेज को अस्वीकारते हुए केवल 1 रुपया नारियल लेकर दहेज लोभियों के लिए प्रेरणादायक सन्देश दिया है। आज के समय में जहां दहेज प्रथा एक बहुत बड़ा अभिशाप बनकर अनेकों बेटियों को अनावश्यक परेशानियों में डाल रहा है, वँहा इस प्रकार की पहल से सर्व समाज मे सकारात्मक संदेश जाता है। पूर्व में भी ऐसे उदाहरण देखने को मिले, लेकिन उसमें भेंट के रूप में अप्रत्यक्ष दहेज को स्वीकार किया जाता रहा लेकिन हजारी राम ने किसी भी प्रकार की कोई भेंट लेने से इंकार कर सर्व समाज के लिए प्रेरणादायक सन्देश छोड़ दिया।
गौरतलब है कि हजारी राम का पुत्र सहायक अंकेक्षण अधिकारी के पद पर कार्यरत है,जिसकी शादी बीनादेसर निवासी विजेंद्र कुमार की सुपुत्री मोनिका के साथ 17 अप्रैल को सम्पन हुई। दहेज के रूप में 1 रुपया नारियल लेते हुए कहा कि दहेज प्रथा के अंत के लिए हम सर्व समाज के लोगों को आगे आकर इस गम्भीर सामाजिक बुराई का अंत करना होगा ताकि दहेज के नाम पर किसी बेटी को परेशानी ना हो। बेटियों को दहेज के बजाय वही पैसा उनकी शिक्षा पर खर्च कर हम उन्हें आत्म बल प्रदान कर सकते हैं।
दहेज को पूरी तरह नकार कर की मिसाल पेश
