











सीकर: कक्षा में किताबें खुली रह गईं, सांस थम गई शिक्षिका की — पढ़ाते-पढ़ाते हार्ट अटैक से गई जान, छह माह में तीसरी मौत
R.खबर ब्यूरो। राजस्थान के सीकर जिले में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। दांतारामगढ़ के सुरेरा गांव स्थित महात्मा गांधी स्कूल में एक शिक्षिका की पढ़ाते समय हार्ट अटैक से मौत हो गई। मंढा निवासी 58 वर्षीय शिक्षिका गट्टूदेवी मीणा दोपहर करीब डेढ़ बजे कक्षा में बच्चों को पढ़ा रही थीं, तभी अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर गईं।
अस्पताल पहुंचने से पहले तोड़ा दम:-
सूचना मिलने पर परिजन और स्कूल स्टाफ तुरंत उन्हें दांता अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने शिक्षिका को मृत घोषित कर दिया। बेटे केशव मीणा की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम करवाया और बाद में परिजनों को सौंप दिया।
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बच्चों को पढ़ाते वक्त आया हार्ट अटैक:-
घटना के समय शिक्षिका ब्लैकबोर्ड पर पढ़ा रही थीं और बच्चे अपनी किताबों में नोट्स लिख रहे थे। तभी अचानक वे लड़खड़ाकर गिर गईं, जिससे बच्चे घबरा गए। स्टाफ ने तुरंत उन्हें उठाकर अस्पताल पहुंचाया, मगर उनकी जान नहीं बच सकी।
मंढ़ा के सरकारी स्कूल में थीं कार्यरत:-
चिकित्सक डॉ. सुभाष वर्मा ने बताया कि गट्टूदेवी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। दांतारामगढ़ के एसीबीओ हेमाराम वर्मा ने बताया कि शिक्षिका की नियुक्ति के बाद से वे मंढा सरकारी स्कूल में ही कार्यरत थीं।
छह महीने में स्कूलों में तीन मौतें:-
पिछले छह महीनों में यह तीसरी ऐसी घटना है जिसने चिंता बढ़ा दी है। पहले दांता इलाके के एक निजी स्कूल में लंच करते समय मासूम छात्र की मौत हो गई थी, जबकि कुछ समय पहले खंडेला के सरकारी स्कूल में जश्न के दौरान एक छात्र की अचानक मौत हो गई थी। अब सुरेरा की इस घटना ने स्कूलों में बढ़ती अचानक मौतों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

