एसआइटी करेगी जैसलमेर बस अग्निकांड की जांच, इतने अफसर सस्पेंड, 6 मरीज अब भी वेंटिलेटर पर
जैसलमेर बस अग्निकांड में मृतकों की संख्या 21 हो गई है। हादसे में झुलसे 10 साल के यूनुस ने बुधवार सुबह इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। जोधपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल के अनुसार, 6 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। इसके अलावा 8 घायलों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। इस मामले में बुधवार देर रात पहली FIR दर्ज हुई। हादसे का शिकार हुए पत्रकार राजेंद्र चौहान के भाई ने बस मालिक और ड्राइवर के खिलाफ जैसलमेर के सदर थाने में केस दर्ज कराया। जैसलमेर एसपी अभिषेक शिवहरे ने बताया- SIT का गठन किया गया है। मामले की जांच कर जल्दी ही रिपोर्ट दी जाएगी। उधर, चित्तौड़गढ़ जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) कार्यालय में पंजीकृत थी। बुधवार को सरकार ने एक्शन लिया। हादसे का शिकार हुई बस की बॉडी को चित्तौड़गढ़ में परिवहन विभाग ने अप्रूव किया था। बस बॉडी को अप्रूव करने वाले चित्तौड़गढ़ के कार्यवाहक डीटीओ सुरेंद्र सिंह और सहायक प्रशासनिक अधिकारी चुन्नी लाल को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच में सामने आया कि बस मालिक ने नियमों की अनदेखी करते हुए नॉन एसी को एसी बस में मॉडिफाई करवा लिया था। इसकी भनक परिवहन विभाग को भी नहीं लगी। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) भी मामले की जांच करेगी।

