











खाजूवाला, खाजूवाला क्षेत्र की जीवनदायिनी केवाईडी व बीडी नहर के अंतिम छोर पर पूरा पानी पहुंचाने को लेकर नहरों में जमा सिल्ट को निकालने का कार्य शुरू कर दिया गया है। 365 हैड से निकलने वाली केवाईडी,व बीडी वितरिका में सिल्ट निकालने का कार्य प्रारंभ किया गया है। केवाईडी की 0 से 126 आरडी तक नहर से सिल्ट निकाली जाएगी। वही बीडी की जीरो से टेल तक नहर से मिट्टी निकाली जाएगी। जिसका कार्य ठेकेदार द्वारा शुरू किया गया है। हालांकि नहर से सिल्ट निकालने का कार्य नहर में पानी होने के कारण गति नहीं पकड़ पाया है।हालांकि नवंबर महीने में 17 दिन की नहर बंदी के दौरान कार्य को तेज गति से शुरू कर दिया जाएगा। जल संसाधन खंड छतरगढ़ के अधीक्षण अभियंता रामसिंह ने केवाईडी व बीडी नहर का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे। नहरो से निकाली जा रही सिल्ट का जायजा लेने के लिए जब छतरगढ़ के अधीक्षण अभियंता मौके पर पहुंचे तो खाजूवाला सिंचाई विभाग का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं मिला। इसको लेकर अधीक्षण अभियंता रामसिंह ने अधिशासी अभियंता को फोन कर लताड़ पिलाई।खाजूवाला अधिशासी अभियंता से जब केवाईडी व बीडी नहर से सिल्ट निकालने की जानकारी लेनी चाही तो उनके पास किस नहर में कौन सी आरडी पर सिल्ट निकल रही है इसकी कोई जानकारी नहीं थी। इस पर अधीक्षण अभियंता रामसिंह ने एक्शन को मौके पर पहुंचने वह पारदर्शिता से कार्य करवाने के दिशा निर्देश दिए।अधीक्षण अभियंता रामसिंह ने अधिकारियों को सख्त दिशा निर्देश दिए कि मौके पर रहकर ही पारदर्शिता के साथ सिल्ट निकालने के कार्य को पूरा किया जाए। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अधिकारी मौके पर मौजूद रहेंगे तो ही नहर सुरक्षित रहेगी। साथ में नहर के किनारों पर उग चुके छोटे-छोटे कीकरो वह आक को हटाकर नहर को पूरी तरह साफ करवाया जाए। हालांकि बीडी नहर में 40 आरडी से लेकर 60 आरडी तक नहर से मिटी निकाली जा चुकी है। बता दें शुक्रवार सुबह अनूपगढ़ शाखा में पानी छोड़ दिया जाएगा जो शनिवार देर शाम तक खाजूवाला पहुंचेगा। ऐसे में आगामी 17 दिन की नहर बंदी के दौरान ही नहर से सिल्ट निकालने के कार्य को पूरा किया जाएगा। 20 बीडी सरपंच चेतराम भांभू भी मौके पर पहुंचे, सरपंच भांभू ने कहा की बीडी नहर में झुके हुए पेड़ों को भी हटाया जाए। ताकि नहर को टूटने से बचाया जा सके। साथ ही उन्होंने अधीक्षण अभियंता रामसिंह से कहा की बीडी नहर की कुल क्षमता अनुसार पूरा पानी चलाया जाए ताकि अंतिम छोर पर पूरा पानी पहुंच सके।

