दस दिन पूर्व बंकर में मिला था शव, अब अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज

परिजनों ने दिए संदिग्धों के नाम, फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले युवकों पर शक

खाजूवाला, सेना के बंकर में दस दिन पूर्व मिले युवक के शव को लेकर एक बार फिर से मामले ने तूल पकड़ लिया है। अब परिजनों ने खाजूवाला थाने में हत्या का मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस के अनुसार मृतक के भाई कमल पुत्र पतराम नायक निवासी वार्ड नंबर 2 खाजूवाला ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि प्रार्थी का भाई कैलाश नायक कई दिनों से गुमशुम व डरा हुआ था। उसने घर पर बताया था कि श्रीराम फाइनेंस खाजूवाला के कर्मचारी मंजीत बिश्नोई, नवीन कुहार व एक अन्य ने 24 मार्च को कैलाश के साथ मारपीट की थी तथा मोटरसाइकिल छीन कर ले गए थे। इसकी वीडियो भी प्रार्थी के पास मौजूद है। उस दिन कैलाश का मंजीत, नवीन व एक अन्य अज्ञात व्यक्ति के साथ झगड़ा हुआ था। इसके बाद ये लोग कैलाश को जान से मारने की धमकी दे रहे थे। इस दौरान 16 अप्रेल को कैलाश को 28 केवाईडी निवासी मुकेश पुत्र केशराराम नायक ने 10 डीओएल बुलाया था। जहां इनका झगड़ा हुआ, तो कैलाश ने 10 डीओएल में सरकारी स्कूल में छिपकर जान बचाई थी। इसकी सूचना मिलने पर कैलाश को खाजूवाला लेकर आए। इसके बाद से कैलाश काफी डरा था और 17 अप्रेल से घर से लापता था और 20 अप्रेल को कैलाश का बंकर में शव मिला। अज्ञात व्यक्तियों ने कैलाश को रंजिशवश मार दिया। मृतक कैलाश के हाथ पैर पर रस्सी से बांधने के निशान, शरीर व मुंह पर चोट के निशान व दांत भी टूटे थे। प्रार्थी को मुकेश, मंजीत, नवीन व एक अन्य पर अंदेशा है कि इन लोगों ने प्रार्थी के भाई कैलाश के साथ मारपीट हत्या कर दी। पुलिस ने बीएनएस की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच खाजूवाला वृताधिकारी अमरजीत चावला के सुपुर्द की है।

यह था मामला:-
रिपोर्ट में बताया कि 17 अप्रेल को सुबह करीब 8:50 बजे उसका छोटा भाई कैलाश नायक पिता की मोटरसाइकिल लेकर घर से निकला था एवं देर रात तक घर नहीं आने पर परिवार वालों ने कैलाश को फोन किया, लेकिन कैलाश ने फोन नहीं उठाया, तो रिश्तेदारों व अपने आस-पास के क्षेत्र में तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। वहीं 20 अप्रेल को सुबह करीब 11.30 बजे पवन पुत्र परमजीत निवासी तावणियां कॉलोनी ने फोन पर सूचना दी कि उनकी मोटरसाइकिल सेक्टर नबर 3 जलदाय विभाग की टंकी के पास बंकर के सामने खड़ी हैं तथा भाई कैलाश बंकर में पड़ा है। इस बारे में उसने मामा चंद्रभान को बताया तथा पुलिस को सूचना दी। तब सभी लोग पुलिस को लेकर मौके पर गए, तो देखा कि कैलाश के हाथ पैर रस्सी से बंधे निशान हैं तथा कैलाश के शरीर पर चोट के निशान थे। अज्ञात लोगों ने उसके भाई कैलाश की रंजिशवश हत्या कर दी। घटना स्थल पर एक जहर की शीशी हत्यारों ने डाल दी, ताकि यह लगे कि प्रार्थी के भाई ने आत्महत्या की है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम खाजूवाला सीएचसी से करवाया।