दुल्हन के न पिता थे न मामा, कालवाड़ पुलिस बनी सहारा; 6.25 लाख का मायरा भरकर निभाई इंसानियत की मिसाल

R.खबर ब्यूरो। जयपुर, इंसानियत और संवेदना की अनोखी मिसाल पेश करते हुए जयपुर की कालवाड़ पुलिस ने रविवार को ऐसा कार्य किया, जिसने हर किसी का दिल जीत लिया। थाने में खाना बनाने वाली महिला की बेटी की शादी में पूरा थाना परिवार मामा बनकर पहुंचा और परंपरागत मायरा भरा। पुलिसकर्मियों ने करीब 6.25 लाख रुपए का भात देकर मानवता की नई कहानी लिखी।

जानकारी के अनुसार, कालवाड़ थाने में वर्षों से भोजन बनाने का कार्य कर रही हिम्मत कंवर की बेटी की शादी मालीवाड़ा गांव में थी। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी और लड़की के पिता का निधन हो चुका था। ऐसे में थानाधिकारी नवरत्न धोलिया ने पहल करते हुए पूरे थाना स्टाफ को साथ लेकर मदद का संकल्प लिया। सोशल मीडिया के माध्यम से इस मुहिम की शुरुआत की गई, जिस पर आम लोगों ने भी दिल खोलकर सहयोग दिया।

जुटाई गई राशि से कुल 6.25 लाख रुपए का मायरा भरा गया, जिसमें 4.25 लाख नकद, 2 लाख रुपए के जेवर और गृहस्थी का सामान शामिल था। इसके अलावा पुलिसकर्मियों ने शादी समारोह में टेंट, भोजन और अन्य व्यवस्थाओं का भी पूरा खर्च उठाया।

थानाधिकारी नवरत्न धोलिया के नेतृत्व में पुलिसकर्मी ढोल-नगाड़ों के साथ थाने से मालीवाड़ा गांव बारात की तरह रवाना हुए। गांव पहुंचकर उन्होंने पारंपरिक रस्में निभाईं — बेटी को चुनरी ओढ़ाई, तिलक लगाया और पूरे रीति-रिवाज से मायरा अदा किया। दुल्हन के न पिता थे और न मामा, लेकिन पुलिस ने वह कमी पूरी कर दी। यह दृश्य देखकर गांववाले भावुक हो उठे और पुलिस की इस मानवीय पहल की जमकर सराहना की।

कुचामन से आई बारात के स्वागत में कालवाड़ पुलिस ने भाई की भूमिका निभाते हुए मेहमानों की खूब खातिरदारी की। शादी की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। लोग कालवाड़ पुलिस की इस नेक पहल की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।