दलित छात्रा से गैंगरेप के बाद हत्या का मामला: मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई गिरफ्तार
बीकानेर पुलिस की सूचना पर सीकर-झुंझुनूं पुलिस की कार्रवाई
खाजूवाला, जिले के सीमावर्ती कस्बे खाजूवाला में दलित छात्रा से सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या के मामले में फरार मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया गया है। बीकानेर पुलिस की सूचना पर सीकर-झुंझुनूं की पुलिस ने उसे पकड़ा। बीकानेर पुलिस आरोपी को देर रात को बीकानेर ले आई। आरोपी को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
काम आई साइबर निगरानी:-
पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई (23) को सीकर-झुंझुनूं मार्ग पर रोडवेज बस से गिरफ्तार किया गया। आरोपी के नवलगढ़ में अपने परिचित के यहां शरण लेने की सूचना मिली थी। साइबर सेल को पुख्ता जानकारी जुटाने के निर्देश दिए गए। दोनों ने दो दिन की मशक्कत के बाद आरोपी के नवलगढ़ में ही होने की पुष्टि की। इस पर झुंझुनूं व सीकर पुलिस को सूचना दी गई।
झुंझुनूं पुलिस आरोपी के ठिकाने पर दबिश देने पहुंची, लेकिन उससे पहले आरोपी को पुलिस की भनक लग गई। वह वहां से रोडवेज बस से सीकर की तरफ भाग छूटा। पुलिस आरोपी के पीछे लगी रही। बीच रास्ते में आरोपी को बस से दस्तयाब कर सीकर कोतवाली लाया गया। यहां से शाम को बीकानेर पुलिस टीम उसे लेकर बीकानेर आ गई।
10 दिन बाद आया पकड़ में:-
मुख्य आरोपी दिनेश वारदात के बाद से फरार था। आरोपी वारदात के बाद नोखा आ गया। यहां एक दिन ठहरने के बाद निजी बस से नवलगढ़ पहुंच गया। यहां से शुक्रवार को सीकर भागने की फिराक में था, जब पकड़ा गया।
आरोपी को पकड़ने के लिए जिला पुलिस की सात टीमें दस दिन से लगी हुई थीं। वहीं बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश की ओर से गठित एसआईटी मामले की जांच कर रही थी। आरोपी को पकड़ने के लिए 40 हजार रुपए इनाम की भी घोषणा की गई थी। लुक आउट भी जारी था।
छह पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार:-
मामले में छह आरोपी पहले गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें बर्खास्त सिपाही मनोज जाट, कार चालक राकेश, दिनेश बिश्नोई का पिता ओमप्रकाश, दोस्त कपिल बिश्नोई व अनोपसिंह शामिल हैं।
सीमावर्ती कस्बे में 20 जून को दिन में दलित छात्रा की बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। मामले में संलिप्त मिलने पर सिपाही मनोज कुमार जाट को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। थाने के 18 कर्मचारियों को वहां से हटा दिया गया। इस प्रकरण को लेकर चार दिन तक सीमावर्ती कस्बे के थाने के आगे ग्रामीणों व परिजनों ने विरोध-प्रदर्शन किया था।