पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक, पेयजल, सिंचाई, शिक्षा सहित आमजन से जुड़े इन मुद्दों पर हुई चर्चा

जनप्रतिनिधियों ने सिंचाई पानी व बीमा क्लेम की आवाज उठाई

खाजूवाला, पंचायत समिति की साधारण सभा की बैठक सोमवार को पंचायत समिति सभागार में प्रधान ममता बिरड़ा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें गत बैठक में दिए गए सुझावों पर चर्चा की गई। बैठक में पेयजल, सिंचाई, शिक्षा, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य, पशु चिकित्सा, विद्युत, बीमा क्लेम, सार्वजनिक विभाग, आमजन से जुड़े मुद्दे छाए रहे। पंचायत समिति के 30 ग्राम पंचायतों के वर्ष 25-26 के मनरेगा वार्षिक प्लान की साधारण सभा में सर्वसम्मति से अनुमोदन किया गया।


साधारण सभा में विद्युत विभाग के प्रति जनप्रतिनिधियों में काफी रोष दिखाई दिया। जगह जगह विद्युत तार लटके हुए हैं। बार बार विद्युत कटौती होती हैं। लोगों को विद्युत कनेक्शन के लिए काफी मकशद करनी पड़ती हैं। विद्युत ट्रांसफार्मर के लिए काफी चक्कर लगाने पड़ते हैं। किसानों को वर्ष 2018 से बीमा क्लेम बकाया पड़ा बीमा प्रीमियम कटने व फसल खराब होने के बावजूद भी किसान को क्लेम नहीं मिल रहा हैं। 2 अगस्त को हुई अतिवृष्टि से किसानों की फसल चौपट हो गई थी लेकिन किसानों न तो मुआवजा मिला नहीं बीमा क्लेम मिला। ग्रामीण क्षेत्र में जल जीवन मिशन द्वारा गांवों में पानी की टंकिया बने काफी समय हो गया है लेकिन इसका फायदा आमजन को नहीं मिल रहा हैं। सड़के जगह जगह टूटी पड़ी हैं विभाग द्वारा पेचवर्क करवाया गया लेकिन पेचवर्क के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की गई है।

28 बीडी की सड़क गत एक माह पुर्व नवीनीकरण हुआ लेकिन वह सड़क टूट चुकी हैं। नहरों का नवीनीकरण हुआ लेकिन किसानों को वरीयता क्रम में भी पूरा पानी नहीं मिल पाता है। ग्राम पंचायतों में मृत पशुओं के लिए हड्डी रोड़ी के लिए भूमि आवंटन की जाए। साधारण सभा में जवाब देह अधिकारी की उपस्थित अनिवार्य किया जाए। ईंट भट्टा द्वारा मिट्टी का स्टॉक सड़क के बिल्कुल पास कर दिया जाता हैं। सड़क के किनारों पर ईंटों का अपशिष्ट डाल दिया जाता हैं। जिससे आमजन को काफी परेशानी होती हैं। ग्रामीण क्षेत्र में मेडिकल स्टोर खुले हुए हैं उनकी जांच की जावे मेडिकल स्टोर द्वारा अनधिकृत रूप से दवाई बेची जाती हैं।

इस दौरान प्रधान ममता बिरड़ा, उपखण्ड अधिकारी रमेश कुमार, विकास अधिकारी कृष्ण कुमार चावला, नायब तहसीलदार, धर्मपाल बिरड़ा, बदरी राम, बालकृष्ण गुप्ता, उदयकरण दान चारण, नीतीश कुमार नागर, सुभाष चन्द्र, रामकुमार गोदारा, प्रधान कौर, दलीप जलंधरा, मांगीलाल मेघवाल, खलील पड़िहार, राजाराम कस्वां, चेतराम भांभू, भागीरथ डीलर, सदीक खान, दूरसदान चारण आदि ने अपने सुझाव रखे।