सरकारी अस्पताल में तैनात सिक्योरिटी गार्ड को तीन महीने से नहीं मिली सैलेरी, सुसाइड की कोशिश की; मां ने बचाई जान
R.खबर ब्यूरो। बांसवाड़ा के सरकारी अस्पताल में तैनात एक सिक्योरिटी गार्ड ने तीन माह से वेतन नहीं मिलने और बढ़ते घरेलू तनाव के चलते आत्महत्या की कोशिश कर ली। मामला सदर थाना क्षेत्र के जानामेडी गांव का है, जहां शुक्रवार देर रात मणिलाल नामक युवक ने फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया। समय रहते उसकी मां की सूझबूझ से उसकी जान बच गई।
वेतन न मिलने से बढ़ा तनाव:-
मणिलाल के मुताबिक तीन महीने से तनख्वाह नहीं मिलने के कारण घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया था। आर्थिक तंगी के चलते पत्नी के साथ विवाद बढ़ता चला गया। इसी तनाव में उसने गुस्से में आकर फांसी लगाने की कोशिश की।
मां ने काटी रस्सी और बचाई जान:-
घटना के समय युवक की मां वहीं मौजूद थी, जिसने तुरंत रस्सी काटकर बेटे को नीचे उतार लिया। इसके बाद परिजन उसे एमजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे वार्ड में भर्ती किया गया। डॉक्टरों के अनुसार उसकी हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन मानसिक तनाव अब भी बना हुआ है।
पुलिस जांच जारी, भुगतान में देरी पर उठे सवाल:-
घटना की जानकारी सदर थाना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह घटना अस्पताल स्टाफ को समय पर सैलरी नहीं मिल पाने की गंभीर समस्या को भी उजागर करती है, जिसके कारण कई परिवार आर्थिक संकट में हैं।

