खाजूवाला, क्षेत्र में रात के अंधेरे में अवैध रूप से जिप्सम निकालने का कार्य फिर से शुरू हो गया है। एक स्थान पर तो अराजीराज भूमि से भी जिप्सम निकालकर गांव के पास एकत्रित करने का मामला सामने आया है।
खाजूवाला क्षेत्र में जिप्सम का भंडार है। यहां जिप्सम माफिया रात के अंधेरे का फायदा उठाकर चोरी से जिप्सम निकाल लेते हैं। हालांकि ग्रामीणों की ओर से प्रशासन व पुलिस को शिकायत की जाती है, लेकिन समय रहते कार्रवाई नहीं होने के कारण यह जिप्सम माफिया अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते हैं।
खाजूवाला के चक 6 एसजेएम में ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां गुरुवार रात को लीज की आड़ में रात के अंधेरे का फायदा उठाकर सरकारी आराजीराज भूमि से जिप्सम निकालकर 6 एसजेएम ए गांव में एकत्रित दिया तथा शुक्रवार को यहां से ट्रक भरकर रवाना किए गए। शुक्रवार को जिला कलक्टर का दौरा होने के कारण दिन में कार्य बंद रहा। शाम होते होते गांव से जिप्सम उठाने का कार्य फिर से शुरू हो गया। इस संबंध में ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी व वृत्ताधिकारी को दूरभाष पर जिप्सम खनन होने की शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गुरुवार रात को माधोडिग्गी के चक 11 व 14 पीकेडी में वन विभाग के दोहरे आवंटन की भूमि से भी जिप्सम निकालने का कार्य किया जा रहा है। यहां बेरियांवाली वन विभाग की रेंज लगती है। ग्रामीणों ने बताया कि खाजूवाला के माधोडिग्गी के चक 11 व 14 पीकेडी में पिछले तीन-चार दिनों से जिप्सम निकाला जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत वन विभाग के उच्चाधिकारियों को भी की गई है। वही प्रशासन के अधिकारियों को भी सूचना भेजी गई है, लेकिन कार्रवाई नही हो रही है।
इनका कहना है
चक 6 एसजेएम में जिप्सम के अवैध खनन को लेकर मामला दर्ज करवा रखा हैं व होमगार्ड लगा रखे हैं। माइनिंग की टीम भी रात्रि गश्त के लिए खाजूवाला आईं हुई हैं। पीकेडी का मामला पहली बार आया है। इसकी मौका रिपोर्ट करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
श्योराम, उपखण्ड अधिकारी, खाजूवाला।