राजस्थान में ‘गायब’ हो गया गरीबों का 2000 क्विंटल गेहूं ! राशन डीलर्स हैरान, पढ़े पूरी खबर

राजस्थान में ‘गायब’ हो गया गरीबों का 2000 क्विंटल गेहूं ! राशन डीलर्स हैरान, पढ़े पूरी खबर

R.खबर ब्यूरो। राजस्थान के जोधपुर शहर में राशन की करीब 50 दुकानों पर आवंटित गेहूं में 2 हजार क्विंटल गबन की आशंका है। राशन डीलर्स का आरोप है कि गेहूं वितरण में लगी ठेका फर्म ने उनको बगैर गेहूं दिए पोस मशीन (पॉइंट ऑफ सैल) में गेहूं का स्टॉक चढ़वाकर ओटीपी व रसीद ले ली।

नहीं निकला कोई हल:-

ठेका फर्म ने राशन डीलर्स को बाद में गेहूं भेजने का आश्वासन दिया, लेकिन अब उसके मुकर जाने से राशन डीलर्स अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास गेहूं नहीं प्राप्त होने का कोई भी प्रमाण नहीं है उधर एक पखवाड़े पहले ठगे जाने वाले राशन डीलर्स ने डीएसओ कार्यालय पर प्रदर्शन करके अपनी मांग रखी। तब डीएसओ प्रथम अंजुम ताहिर समां ने ठेका फर्म जयश्री एंटरप्राइजेज, खाद्य आपूर्ति निगम जोधपुर के मैनेजर राजेश पंवार को बुलाकर राशन डीलर्स के मध्य वार्ता करवाई, पर एक पखवाड़े बाद भी इसका कोई हल नहीं निकला।

जांच कमेटी का गठन:-

आखिरकार परेशान राशन डीलर्स ने इस संबंध में डीएसओ को लिखित शिकायत दी। शिकायत मिलते ही डीएसओ ने तीन-तीन अधिकारियों की दो जांच कमेटी गठित कर दी। जो राशन डीलर्स का फिजिकल वैरिफिकेशन करके अपनी रिपोर्ट देगी। यह रिपोर्ट राज्य सरकार व कलक्टर को दी जाएगी। राज्य सरकार ही तय करेगी कि इस तरह के गेहूं की शॉर्टेज की भरपाई कैसे की जाएगी और दोषियों के विरुद्ध किस स्तर पर कार्रवाई की जाए।

भीतरी शहर के अधिकांश डीलर्स, जनता वंचित:-

ठगे गए अधिकांश डीलर्स जोधपुर के भीतर शहर के है। किसी का 100 किलो तो किसी का 5000 किलो गेहूं कम है। गेहूं कम होने से अब जनता को वितरण में परेशानी आ रही है। कुछ डीलर्स ने लोगों को मार्च महीने का गेहूं नहीं दिया है, क्योंकि उनके पास गेहूं ही नहीं है। डीलर्स की शिकायत के बाद इस मामले में जांच के लिए दो कमेटी गठित की गई जो फिजिकल वैरिफिकेशन करेगी। इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी।