











खाजूवाला, सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला में 6 दिवसीय ब्लॉक स्तरीय रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का मंगलवार को समापन हुआ। समापन अवसर पर मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रामप्रताप मीणा पहुंचे। 6 दिवसीय शिविर में खाजूवाला ब्लॉक के 83 विद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षकाओं ने शिविर में भाग लिया। इस शिविर में आत्मरक्षा के गुर सीखें। जिसके बाद स्कूलों में जाकर बालिकाओं को आत्मरक्षा गुर सिखाए जाएंगे। यह शिविर खाजूवाला के गायत्री मंदिर में पिछले 6 दिनों से चल रहा था।

समापन अवसर पर पहुंचे मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रामप्रताप मीणा ने बताया कि खाजूवाला के गायत्री मंदिर में पिछले 6 दिनों से ब्लॉक स्तरीय रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर चल रहा था। इस शिविर में ब्लॉक स्तर की सभी उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों की 83 शिक्षकों व शिक्षिकाओं ने आत्म रक्षा के गुर सीखे। जहां खासकर सरकारी स्कूलों की छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार करने के लिए शिक्षकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। इस प्रशिक्षण शिविर में खाजूवाला ब्लॉक के प्रत्येक स्कूल से एक शिक्षिका का चयन किया गया। यह शिक्षिकाएं यहां से प्रशिक्षण लेकर अपने स्कूल की सभी बालिकाओं को ट्रेनिंग देगी।
इसके बाद प्रत्येक स्कूल में रानी लक्ष्मीबाई बाल वाहिनी दल का गठन भी किया जाएगा। ताकि महिला अपराधों से लड़ने के लिए बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जा सके। आयोजित शिविर में शिक्षकाओं को सुरक्षा को खासकर ध्यान में रखकर ट्रेनिंग दी गई। इसमें जूडो, कराटे, चाकूवार से बचाव, चैन स्केचिंग से बचाव, किक, पंच की तकनीकी सिखाई गई। साथ ही बढ़ते साइबर क्राइम से बचाव के लिए भी बेसिक जागरूकता की सावधानियां विस्तार से बताई गई। इस मौके पर सीबीओ रामप्रताप मीणा ने कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण से मातृशक्ति का व्यक्तित्व निखरेगा।
आक्रामकता आत्मरक्षा का सबसे बड़ा मुफीद माध्यम है और इस उद्देश्य को लेकर प्रशिक्षत शिक्षिकाएं अब स्कूलों में जाकर प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं को अलग-अलग आत्मरक्षा के तरीके सिखाए ताकि विषम परिस्थितियों में बिना विचलित हुए वह अपनी आत्मरक्षा स्वंय कर सके। 6 दिवसीय शिविर में दक्ष प्रशिक्षक उषा गहलोत, शशि, मधु खत्री व हिना कोसर द्वारा प्रशिक्षित किया गया। इस मौके पर श्याम सुंदर रामावत व संतोष कुमार सहित अनेक शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद रहे।

 
 