पाकिस्तानी जेल से चिट्ठी आई बाड़मेर, गेमराराम ने लिखा- सोनू से बहुत प्यार करता था

पाकिस्तान की कराची जेल में बंद है बाड़मेर का गेमराराम।

बाड़मेर, पाकिस्तान की कराची जेल में बंद है बाड़मेर का गेमराराम, गुस्से में बॉर्डर पार कर पाकिस्तान जाने वाले बाड़मेर के गेमराराम ने चिट्ठी लिखकर बताया है कि वह सकुशल है। उसकी सजा पूरी हो रही है। उसने लिखा है कि वह पाकिस्तान की जिस जेल में बंद है, वहां भारत के कई लोगों को रखा गया है। भारत-पाक बॉर्डर से सटा गांव कुम्हारों का टीबा, सज्जन का पार निवासी गेमराराम पिछले साल 4 नवम्बर की रात तारबंदी पार करके पाकिस्तान सीमा में चला गया था। पाक रेंजर्स ने उसे पकड़ लिया था। फिलहाल वह कराची की जेल में बंद है। यहां बाड़मेर में बिजराड़ थाने में गेमराराम की गुमशुदगी भी दर्ज है।

वॉट्सऐप के जरिए मिली चिट्ठी
गेमराराम के भाई चतुर राम के मुताबिक 7-8 दिन पहले उन्हें चिट्ठी वॉट्सऐप के जरिए मिली है। इसमें गेमराराम ने लिखा है, ‘मैं सकुशल हूं। माफी मांगते कहा, ‘मैं उस रात गुस्से में था और बॉर्डर क्रॉस करके चला गया। रात को बॉर्डर से कुछ आगे सो गया। सुबह उठा और आगे गया तो एक खेत में एक व्यक्ति से मिला और उसने मुझे पाक रेंजर्स के पास छोड़ दिया। मुझे जेल भेज दिया गया। आप लोगों के बारे में सोच कर बहुत परेशान हूं। मेरी सजा पूरी हो रही है। मैं जल्द जेल से रिहा हो जाऊंगा।’

पाकिस्तान की जेल से गेमराराम ने भेजी चिट्ठी
बाड़मेर एसपी आनंद शर्मा ने बताया कि गेमराराम की गुमशुदगी के बाद पाकिस्तान में होने की जानकारी सामने आ गई थी। अब परिजनों ने चिट्ठी मिलने की सूचना दी है। चिट्ठी से स्पष्ट हो रहा है कि उसकी सजा पूरी हो गई है। जल्द ही पाक रेंजर्स के साथ उनकी मीटिंग हो सकती है, जिसके बाद सुपुर्दगी निश्चित होगी।

पकड़े जाने के डर से भागा गया दूसरे देश
गेमराराम का अपने ही गांव की एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग था। 4 नवंबर की रात को वह प्रेमिका के घर पर था। इस दौरान युवती के घरवाले जाग गए और उसे देख लिया। वह डर के मारे वहां से भाग गया। उसे यह पता नहीं लगा कि वह किस तरफ भाग रहा है। वह तारबंदी क्रॉस करके पाकिस्तान की सीमा में चला गया था। गेमराराम के प्रेम प्रसंग को लेकर उसके परिजन इनकार करते रहे, लेकिन अब खुद उसने चिट्ठी में जिक्र करते हुए लिखा है कि वह सोनू से बहुत प्यार करता था।