











खाजूवाला, सीमावर्ती क्षेत्र खाजूवाला में 6 दिवसीय ब्लॉक स्तरीय रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। इस शिविर में ब्लॉक स्तर की सभी उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों की शिक्षिकाएं आत्मरक्षा के गुर सिख रही हैं। यहां खासकर सरकारी स्कूलों की छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए शारीरिक एवं मानसिक रूप से तैयार करने के लिए शिक्षिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाएं जा रहे है। यह शिविर खाजूवाला के गायत्री मंदिर में चल रहा है।
गौरततलब है की दिल्ली में निर्भया कांड के बाद तत्कालीन सरकार के आदेश से वर्ष 2014 से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस प्रकार के शिविर का हर वर्ष आयोजन किया जा रहा है। कोरोना की वजह से पिछले वर्ष इस शिविर का आयोजन ऑनलाइन किया गया था। ब्लॉक स्तरीय इस प्रशिक्षण शिविर में हर स्कूल से एक शिक्षिका का चयन किया गया है। ये शिक्षिकाएं यहाँ से प्रशिक्षण लेकर अपने स्कूल की सभी बालिकाओं को ट्रेनिंग देगी।
इसके बाद प्रत्येक स्कूल में रानी लक्ष्मी बाई बाल वाहिनी दल का गठन भी किया जाएगा ताकि महिला अपराधों से लडऩे के लिए बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जा सके। आयोजित शिविर में शिक्षिकाओं को सुरक्षा को खासकर ध्यान में रखकर ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें जुडो, कराटे, चाकूवार से बचाव, चेन स्नेचिंग से बचाव, किक, पंच आदि की तकनीक सिखाई जा रही हैं। साथ ही बड़ते साइबर क्राइम से बचाव के लिए भी बेसिक जागरूकता की सावधानियां बताई जा रही है।
खाजूवाला के गायत्री मंदिर में राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद जयपुर के तत्वाधान में रानी लक्ष्मीबाई ब्लॉक स्तरीय आत्मरक्षा प्रशिक्षण का शुभारंभ 16 दिसंबर को हुआ। बालिका सशक्तिकरण हेतु छह दिवसीय गैर आवासीय शिविर में आत्मरक्षा तकनीकों व मार्शल आर्ट के बारे में ब्लॉक के लगभग १०० से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं को विभाग के दक्ष प्रशिक्षकों उषा गहलोत, शशि, मधु खत्री व हीना कोशर द्वारा प्रशिक्षित किया जा रहा है।

 
 