











बीकानेर, बीकानेर में भाईचारा, आपसी प्रेम और समरसता पूरे देश में विशेष पहचान रखती है। यहां के लोग तीज-त्यौहार और मेले-उत्सव अपने ही अलग अंदाज में शानदार तरीके से मनाते हैं। बरसो से चली आ रही इस परम्परा को बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित शांति समिति की बैठक में यह बात कही कि बीकानेर की गंगा-जमुनी संस्कृति अपने आप में मिसाल है। होली के दौरान भी बीकानेर का यह प्रेम और सौहार्द बना रहे। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के सुख-दुःख का भागीदार बनना यहां की तासीर है, इसमें किसी प्रकार की कमी नहीं आए। उन्होंने कहा कि बीकानेर की होली, यहां परम्परागत रूप से आयोजित होने वाली रम्मतों एवं अन्य कार्यक्रमों का लुत्फ सभी मिलकर लें, जिससे देश भर में इसकी विशिष्ट पहचान बनी रहे।
इस दौरान अतिरिक्त कलक्टर अरुण प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमित कुमार, वृत्ताधिकारी दीपचंद, ओमप्रकाश, अब्दुल मजीद खोखर, मुफ्ती मुहम्मद अशफाक गौरी, वली मोहम्मद गौरी, कमल गहलोत, कैलाश चंद्र सोनी, पार्षद अरविंद किशोर आचार्य, हसन अली टाक, जितेन्द्र खत्री, हनुमान प्रसाद सोनी, अब्दुला अशरफी, महमूद अली, दिनेश रामावत, किसन लाल, मदन गोपाल जाजड़ा, मोहम्मद फारूक चौहान, साबिर अहमद, माशूक अली, सुशील कुमार यादव, घनश्याम पारीक, ओमप्रकाश धारणिया आदि मौजूद रहे।

 
 