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खाजूवाला, खाजूवाला मण्डी में आवारा पशुओं के आतंक के चलते अब खौफ का माहौल है। जिससे आमजन को खासा परेशानी हो रही है। आवारा पशुओं की वजह से ही गत दिनों पूर्व एक व्यक्ति की जान भी चली गई। जिसको लेकर आम ग्रामीणों द्वारा बार-बार मांग उठाई जा रही है कि आवारा पशुओं के लिए ग्राम पंचायत व प्रशासन अन्यत्र व्यवस्था करें। बुधवार को आवारा पशुओं के लडऩे का एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें मोटरसाईकिल बाल-बाल बचते हुए दिखाई दिए।

मण्डी वासी प्रदीप सारस्वत ने बताया कि खाजूवाला मण्डी में आवारा पशुओं का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। जिसकी वजह से अब लोगों को गली मोहल्लों में निकलने से भी भय लग रहा है। वहीं ये आवारा पशु सड़क व गली में कही पर भी लड़ाई करते हुए देखे जा सकते है तथा ये राह चलते व्यक्तियों को भी नुकसान पहुंचा रहे है। जिससे लोगों में भय का माहौल है। बुधवार को मदरसा के पास दो साण्ड अचानक आपस में लडऩे लग गए। जिसकी वजह से मैं खुद बाल-बाल बचा। यहां से उस समय स्कूली बच्चे अपने स्कूल की ओर जा रहे थे। अगर ये साण्ड इन बच्चों की तरफ आ जाते तो बड़ा नुकसान भी हो सकता था।

सरपंच ने की अपील
सरपंच अशोक फौजी ने बताया कि खाजूवाला मण्डी में आवारा पशुओं का आतंक बढ़ा है। जिसके लिए पूर्व में पंचायत द्वारा अभियान भी चलाया गया था। जिसमें 140 पशुओं को पकड़कर गौ-शालाओं को सौंपा गया था। मण्डी में ये आवारा पशु आम राहगिरों को नुकसान पहुंचा रहे है। ऐसे में प्रशासन के सहयोग से अभियान चलाया जाएगा। खाजूवाला मण्डी में लगभग 2500 से 3000 आवारा पशु है। वहीं दर्जनों पशु तो सब्जी मण्डी में खड़े रहते है। सरपंच अशोक ने अपील की है कि सब्जी मण्डी विक्रेता बची हुई सब्जियों को अन्यत्र खुले में फैंके ताकि सब्जी मण्डी में पशु कम हो। पालतु पशुओं को घर में बान्धने की अपील की गई है। प्रशासन के सहयोग से आवारा पशुओं को गौ-शाला में भिजवाया जाएगा। वहीं प्रशासन से मांग की गई है कि वे गौ-शाला को पाबन्द करें कि पशुओं को लेने के बाद उन्हे वापस से खुला न छोड़े।

उपखण्ड अधिकारी ने दिए निर्देश
इसी सम्बन्ध में उपखण्ड अधिकारी ने भी ग्राम पंचायत को पत्र भेजकर निराश्रित पशुओं से हो रहे जान-माल के नुकसान को रोकने को कहा है। जिसमें कहा गया है कि निराश्रित पशु तादाद काफी बढ़ गई है इससे जान-माल का नुकसान पहुंच सकता है। ग्राम पंचायत को धारा 133 सीआरपीसी के तहत निर्देशित किया जाता है कि निराश्रित पशु पकड़कर गौ-शाला में भेजे। समस्त गौ-शाला को निर्देशित किया गया है कि ग्राम पंचायत द्वारा पकड़कर लाए गए पशुओं को रखने से मना नहीं करेंगे। अगर आदेशों की अवहेलना पशु रखने से मना किया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। आमजन को भी निर्देशित किया गया है कि वह अपने पशु खुले में ना छोड़े, अगर किसी व्यक्ति का पालतु पशु घर से बाहर खुले में पाया जाता है उस व्यक्ति के खिलाफ शांति भंग के तहत गिरफ्तार भी किया जा सकता है।