श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान के बताये नियमों पर चलकर जीवन सफल बनावें:- स्वामी राजेन्द्रानंद

खाजूवाला, जाम्भाणी हरी कथा के तीसरे दिन गुरु जम्भेश्वर भगवान के बताये मार्ग पर चलकर जीवन सफल बनाने की बात कही। कथा वाचक स्वामी राजेन्द्रानंद महाराज ने जम्भेश्वर भगवान के बताये 29 नियमों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें अमावस्या का व्रत रखना चाहिए। अमावस्या का व्रत करने से व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता हैं। अमावस्या का व्रत करने से तन, मन व आत्मा पवित्र होता हैं। हमें अपने जीवन को सार्थक बनाने के लिए परमात्मा का ध्यान करना चाहिए।भगवान विष्णु जगत के पालनहार हैं हमें हर श्वांस में भगवान विष्णु को याद रखना चाहिए। पेड़ पौधों व वन्यजीवों की रक्षा पर जोर देते हुए कहा कि पेड़ पौधों व वन्यजीवों के लिये प्राणों का न्योछावर करना पड़े तो भी इनकी रक्षा के लिये तत्पर रहना चाहिए। इस अवसर पर मां अमृता देवी के बलिदान को याद करते हुए कहा कि 363 बिश्नोई पेड़ों के लिए शहीद हो गये थे। भगवान जाम्भोजी की बताई हर बात आज वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सही साबित हो रहे हैं। हमें अपने जीवन मे दान, धर्म, पुण्य करने चाहिए। मनुष्य को अपने जीवन में गुरुमुखी होकर दान देना चाहिए। अपने मन में परोपकार की भावना होनी चाहिए। मनुष्य जीवन में करुणा, दया, क्षमा के भाव होने चाहिए। दूसरों की भलाई में अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए। किसी भी प्राणी को कभी भी दुःख नहीं देना चाहिए। इस अवसर पर स्वामी सुखदेव मुनि ने श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान की महिमा भजन आरती शाखी का गायन किया। आचार्य स्वामी सत्यदेवानंद महाराज ने अपने उदबोधन में गुरु की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें अपने जीवन को सफल बनाने के लिये श्री गुरु जम्भेश्वर भगवान के बताये मार्ग पर चलना चाहिए । जाम्भोजी ने हमें 29 नियम बताये हम उन नियमों पर चलकर हम अपना जीवन सुधार सकते हैं।