नई दिल्ली, कोरोना वायरस के संक्रमण से स्पेन में हालात खराब हैं। चीन और इटली के बाद स्पेन कोरोना वायरस का नया गढ़ बन गया है। 14 मार्च 2020 से ही पूरे स्पेन में लॉकडाउन है, लेकिन मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। चीन के वुहान के शुरू हुए कोरोना वायरस ने इटली में तबाही मचाने के बाद अब स्पेन का रुख किया है। स्पेन कोरोना वायरस के भीषण कहर से जूझ रहा है। कोरोना वायरस की चपेट में आकर अब तक स्पेन में 2311 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। दुनिया के इस खूबसूरत देश में 35,136 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके है, सोमवार को ही स्पेन में कोरोना बीमारी से करीब 462 लोगों की मौत हो गई है। स्पेन में तबाही का आलम यह है कि कई घरों में लाशें पड़ी हुई हैं और उन्हें हटाने के लिए सेना की मदद लेनी पड़ी है। स्पेन में गंभीर रूप से बीमार काफी सीनियर सिटीजन को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया है।
जर्मनी ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए अपने यहां लगाए गए प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया है। कोरोना महामारी के प्रकोप को रोकने के लिए यहां दो से अधिक लोगों के साथ बैठने पर पाबंदी लग गई है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा, “हमारा अपना व्यवहार संक्रमण को फैलने से रोकने व धीमा करने का सबसे प्रभावी तरीका है.” इटली में कोविड 19 से मरने वाले लोगों की संख्या 6077 पर पहुंच गयी है।स्पेन की सरकार ने जैसे-जैसे कोरोना के संक्रमण की जांच तेज की है, इससे संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अब सेना को इस बात की जिम्मेदारी दी गई है कि वह केयर होम्स को कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त करे ताकि बीमारी के प्रसार को रोका जा सके। स्पेन की सेना को लोगों के घर में लावारिश पड़ी लाशों का पता लगाने को कहा गया है। कई रिपोर्ट के अनुसार कुछ घरों में कई दिनों से लाश पड़ी हुई हैं, लेकिन कोरोना के संक्रमण के डर से उसी घर में रह रहे परिवार के सदस्य उन्हें उठाने या हटाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। स्पेन की रक्षामंत्री ने बताया कि सेना की जांच के दौरान कई ऐसे बीमार बुजुर्ग ऐसे पाए गए जो जिंदा थे, लेकिन उन्हें उनके बिस्तर पर ही लावारिस छोड़ दिया गया था। कोरोना वायरस को हल्के में लेना इटली को भारी पड़ गया था। इटली सरकार ने 10 मार्च 2020 को लॉकडाउन घोषित किया था, लेकिन इसका कड़ाई से पालन नहीं कराया गया। इस वजह से इटली में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों का आंकड़ा 6,077 के पार चला गया है।