rkhabar
rkhabar
rkhabar

rkhabar
rkhabar
rkhabar
rkhabar
rkhabar
rkhabar
rkhabar
rkhabar

Breaking News: एसीबी की बड़ी कार्रवाई, ग्राम विकास अधिकारी को इतने रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा, पढ़े पूरी खबर

R.खबर ब्यूरो। राजस्थान के फलोदी जिले की बापिणी तहसील के पूनासर से बड़ी खबर सामने आई है, यंहा एसीबी ने मंगलवार को पूनासर ग्राम विकास अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी व तीसरी किस्त जारी करने की एवज में ग्राम विकास अधिकारी रामेश्वरलाल ने पीड़ित से दस हजार रुपए मांगे थे।

रंगे हाथों पकड़ा गया:- 

बताया जा रहा है कि पीड़ित से यह तय हुआ कि सत्यापन से पहले दो हजार व चार हजार रुपए चाहिए। जिसे पीड़ित ने दे दिए। रिश्वत की जानकारी होने पर एसीबी अलर्ट हो गई। फिर एसीबी के अफसरों ने जाल बिछाया। एसीबी ने मंगलवार को पूनासर ग्राम विकास अधिकारी रामेश्वरलाल को चार हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा लिया। एसीबी के अफसरों ने ग्राम विकास अधिकारी को अपनी गिरफ्त में ले लिया। साथ ही उससे पूछताछ जारी है।

दस हजार रिश्वत राशि की मांग:-

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी की जोधपुर शहर ईकाई को एक शिकायत इस आशय की मिली कि ग्राम पंचायत पुनासर खुर्द के ग्राम विकास अधिकारी रामेश्वरलाल परिवादी के माताजी के नाम प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी व तीसरी किस्त जारी करने की एवज में 10,000 रुपए रिश्वत राशि की मांग कर परेशान कर रहे हैं।

4,000 रुपए व 2000 रुपए पहले ही ले लिए थे:-

स्मिता श्रीवास्तव ने आगे बताया कि जिस पर भुवन भूषण यादव उप महानिरीक्षक पुलिस के सुपरविजन में चक्रवर्ती सिंह राठौड अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जोधपुर शहर के नेतृत्व में किशनसिंह चारण उप अधीक्षक पुलिस मय जाब्ता के ट्रेप कार्यवाही करते हुए रामेश्वरलाल ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत पुनासर खुर्द तहसील बापिनी जिला फलोदी को 4,000 रुपए रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। इससे पूर्व मांग सत्यापन में 4,000 रुपए एवं 2000 रुपए मांग सत्यापन से पूर्व आरोपी द्वारा परिवादी से प्राप्त कर लिए गए थे।

पूछताछ एवं कार्यवाही जारी:-

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो रेन्ज जोधपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस भुवन भूषण यादव के सुपरविजन में आरोपी से पूछताछ एवं कार्यवाही जारी है। एसीबी द्वारा मामलें में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान किया जाएगा।