Panchayat Election: राजस्थान में पंचायत चुनाव की तैयारी तेज, वार्डों के नए प्रावधान हुए लागू; पढ़े पूरी खबर
R.खबर ब्यूरो। जयपुर, राजस्थान में पंचायत चुनाव की तैयारियों को तेज करते हुए भजनलाल सरकार ने परिसीमन के बाद नई बनी जिला परिषदों, पंचायत समितियों और ग्राम पंचायतों में वार्ड गठन की प्रक्रिया को गति दे दी है। इस बार ग्राम पंचायतों में न्यूनतम वार्डों की संख्या 5 से बढ़ाकर 7 की जा रही है, जिससे जनप्रतिनिधियों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी होने जा रही है। अभी तक जहां प्रदेश में करीब सवा लाख प्रतिनिधि चुनकर आते थे, वहीं आगामी चुनाव में यह संख्या लगभग डेढ़ लाख तक पहुंचने का अनुमान है।
ग्राम पंचायतों में बढ़ेंगे वार्ड:-
सूत्रों के अनुसार, पहले ग्राम पंचायतों में 3000 की आबादी तक 5 वार्ड बनाए जाते थे, जिन्हें अब 7 वार्ड किए जा रहा है। इसके बाद हर 1000 की अतिरिक्त आबादी पर दो नए वार्ड गठित किए जा सकेंगे। पंचायत समितियों में 1 लाख की आबादी पर 15 वार्ड, और हर 15 हजार अतिरिक्त आबादी पर दो वार्ड बढ़ाए जाएंगे। जिला परिषदों में 4 लाख आबादी तक 15 वार्ड, जबकि हर 1 लाख अतिरिक्त आबादी पर दो नए वार्ड जोड़ने का प्रावधान है।
प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ेगी:-
प्रदेश में ग्राम पंचायतों की संख्या 11,194 से बढ़कर 14,635, पंचायत समितियों की संख्या 365 से 450 और जिला परिषदों की संख्या 33 से बढ़कर 41 हो गई है। माना जा रहा है कि इन बदलावों के बाद पंचायत राज संचालन में लगभग डेढ़ लाख जनप्रतिनिधि जुड़ेंगे।
संख्या में बढ़ोतरी
| निकाय | पहले | नई (बढ़ोतरी) | कुल |
| जिला परिषद | 33 | 8 | 41 |
| पंचायत समिति | 365 | 85 | 450 |
| ग्राम पंचायत | 11,194 | 3,441 | 14,635 |
पहले वार्डों की कुल संख्या
- जिला परिषद: 1,014
- पंचायत समिति: 6,426
- ग्राम पंचायत: 1,07,707
वार्ड गठन का काम जिला स्तर पर:-
ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषदों में वार्ड गठन का पूरा कार्य जिलों में ही संपन्न किया जाएगा। पंचायत राज विभाग जल्द ही सभी जिलों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने की तैयारी में है, जिनमें वार्ड निर्धारण से लेकर अधिसूचना तक की पूरी प्रक्रिया साफ तौर पर बताई जाएगी।

